चुनावी साल में मप्र में एक नई राजनीतिक संस्कृति ने जन्म ले लिया है। सरकार के विरोध प्रदर्शनों को रोकने का काम करने वाली पुलिस ही जब विरोध करने लगे तो ये समझा जा सकता है कि सब कुछ ठीक नहीं है। आमतौर पर अनुशासित रहकर अपना फर्ज निभाने वाले पुलिसकर्मियों का ये नया रूप चौंकाने वाला है।