एमपी में लगातार हो रही बारिश और ओलों ने फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। खेतों में ओले की चादर बिछी हुई देख किसानों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। शिवपुरी, रायसेन, छतरपुर हर तरफ बर्बाद हुई फसल ने किसानों की कमर तोड़ दी है। किसानों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बारिश ने किया अन्नदाता का बुरा हाल: शिवपुरी में शिवपुरी के कोलारस में फसल का जायजा लेने कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, कोलारस के पूर्व विधायक महेंद्र यादव के साथ कई गांव में पहुंचे। कलेक्टर व पूर्व विधायक को देख किसानों का दर्द फूट पड़ा। किसान अधिकारियों और महेंद्र सिंह के पैरों में गिरकर रोने लगे। किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
'पाई-पाई जोड़कर कर रहा था किसानी': बारला के किसान हरिशंकर बर्बाद हो चुकी फसलों को देखकर खेत पर ही रो दिए। उन्होंने बताया- गरीब हूं, तीन बच्चे हैं, बड़ी बेटी की शादी करना है... इसलिए एक-एक रुपए कर 15 हजार रुपए जोड़े और 4 एकड़ जमीन पर कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की। एक दिन पहले खेत पर पहुंचा, फसल लहलहा रही थी। क्या पता था कि 12 घंटे बाद मैं बर्बाद हो जाऊंगा।
छतरपुर: ड्रोन से कराएंगे खराब फसलों का सर्वे: बारिश और ओले गिरने से सबसे ज्यादा चना, मटर, मसूर, गेहूं समेत सभी सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचा है। छतरपुर में ओलावृष्टि, बारिश से हुई फसलों के नुकसान का अफसरों ने प्रभावित क्षेत्रों का रविवार को दौरा किया। अफसरों ने कहा कि मौसम साफ रहने पर फसलों में हुए नुकसान का आंकलन ड्रोन कैमरे से कराया जाएगा।