कैज फिश फार्मिंग: विदेश में प्रचलित फिस फार्मिंग तकनीक से दुगनी कर सकते हैं कमाई

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कैज फिश फार्मिंग: विदेश में प्रचलित फिस फार्मिंग तकनीक से दुगनी कर सकते हैं कमाई

मछली पालन से कई किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इस व्यवसाय में लागत का दोगुना फायदा मिल सकता है, यदि आप कैज फिश फार्मिंग का तरीका अपना लें। मछली पालन के लिए रूस, अमेरिका और यूरोप में मछली पालन के लिए पिंजरे में मछलियों को पालन (Cage Fish Farming) की जाती है। इस तरीके का इस्तेमाल कर भारत के किसान भी मछली पालन से बेहतर कमाई कर सकते हैं।

मछली पालन की नई तकनीक से होंगे ये फायदे

पिंजरे में मछली पालन से मरम्मत और रखरखाव में आसानी होती है। मछलियों को बड़े होने पर आसानी से निकाला जा सकता है। पिंजरे पर नियंत्रण कर ग्रोथ (Growth) पर भी ध्यान रखा जा सकता है। इस तरह से पालने करने में मछलियों की मौत भी कम मात्रा में होती है।

कितनी होगी कमाई और क्या रहेगा खर्च

इस तरीके से 6 महीने की कमाई को मापा जाए तो पिंजरों पर करीबन 45 हजार रुपए का खर्च आएगा। इस पर करीब 75000 रुपये की मजदूरी लग सकती है। कुल खर्च लगभग 3.2 लाख रुपए आएगा, लेकिन इससे होने वाली कमाई कहीं ज्यादा होगी। क्योंकि 1 लाख रुपये के पंगेसियस (Pangasius) मछली के बीज 6 महीने में तैयार होकर 10 हजार किलो हो जाएगा। यह मछली करीब 100 रुपये किलो के रूप में बिकती है तो कुल आय 10 लाख होगी जिसमें से 3.2 लाख के निवेश को हटा दें तो आपको करीब 7 लाख रुपये की आमदनी होगी।

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