खंडवा. खंडवा लोकसभा उपचुनाव (Khandwa By Election) जीतने के लिए कांग्रेस (BJP) और बीजेपी (Congress) दोनों किसान हितैषी होने का दावा कर रही है। दूसरी ओर 21 अक्टूबर को सोयाबीन (Soybean) का सही दाम नहीं मिलने के कारण किसानों ने मंडी में हंगामा किया। हंगामे के दौरान किसानों (Khandwa Farmer Protest) ने मंडी में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों को कमरे में बंद (Hostage held Employees) करके ताला लगा दिया। किसानों ने प्रदर्शन के पीछे तर्क दिया कि सुबह मंडी में सोयाबीन का रेट 5 हजार रुपए क्विंटल था। इस कारण हम मंडी में फसल लेकर आ गए। दोपहर तक सोयाबीन का रेट 3-4 हजार रुपए हो गया।
किसानों ने चक्काजाम किया
कृषि उपज मंडी में सोयाबीन की उपज लेकर आए किसान कम दाम मिलने से आक्रोशित हुए और करीब 2 घंटे तक हंगामा किया। नाराज किसानों ने मंडी का गेट बंद कर कर्मचारी और अधिकारियों को अंदर बन्द कर दिया। इसके बाद किसानों ने इंदौर रोड पर चक्का जाम कर दिया। स्थिति को संभालने के लिए मौके पर पुलिस के अफसर पहुंचे। इस दौरान इंदौर नाके के पास रोड जाम रहा। पुलिस ने किसानों को समझाइश दी तब जाकर किसान शांत हुए।
सुबह से दोपहर तक रेट में 2 हजार की कमी
किसानों का कहना था कि सुबह सोयाबीन की उपज का दाम 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल से अधिक मिल रहा था। जबकि दोपहर बाद इसके दाम साढे़ 3 से 4 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक आ गए। इसके बाद जब किसानों ने मंडी के अधिकारी कर्मचारियों से इस मामले में हस्तक्षेप की गुहार लगाई।
लेकिन, सुनवाई नहीं होता देख किसान आक्रोशित हो गए और उन्होंने मंडी के अमले को ही मंडी के गेट लगकर बंद कर दिया। हंगामेदार स्थिति की सूचना मिलने के बाद CSP, TI सहित पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराने की कोशिश की। लेकिन किसानों बड़े अधिकारियों से मिलने की बात कहते रहे। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने किसानों का चक्काजाम से हटा कर रास्ता साफ कराया।