औषधीय पौधों की मांग बढ़ती जा रही है। भारत में औषधीय खेती बड़े पैमाने पर की जाती है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी निर्यात किया जाता है। किसान इस औषधीय खेती के लिए सर्पगंधा (Sarpgandha) को बेहतर विकल्प की तरह मान रहे हैं, जिसमें लाखों का फायदा मिलता है।
औषधीय पौधों का कहा हो रहा इस्तेमाल
औषधीय पौधों का इस्तेमाल परफ्यूम, साबुन और कीटनाशक जैसी कई प्रकार की औषधीय दवा और अलग तरह के खाद्य उत्पाद बनाने में किया जाता है। कुछ औषधीयों का इस्तेमाल दवाएं बनाने के लिए भी किया जा रहा है, जिसकी वजह से इसकी मांगे बढ़ रही हैं।
कलम, जड़ों और बीजों की खेती
सर्पगंधा की खेती को कलम, जड़ों और बीजों से भी शुरू किया जा सकता है। सर्पगंधा के पौधे की तने से एक कलम काट कर उसे एन्डोल एसिटिक एसिड (endole acetic acid) घोल में मिलाकर 12 घंटे तक डुबोकर रखा जा सकता है। इसके बाद उसकी बुवाई की जा सकती है। इस ही तरह जड़ों और बीजों से भी खेती की जा सकती है।