BHOPAL. मध्यप्रदेश सरकार ने बेमौसम बारिश और ओलों की से प्रभावित किसानों की मदद के लिए समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के पंजीयन का पोर्टल फिर से खोलने का फैसला लिया है। किसानों के पंजीयन के लिए पोर्टल बुधवार 22 मार्च से 24 मार्च तक खुला रहेगा। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने आज 21 मार्च को सभी जिलों के कलेक्टर को आदेश जारी कर किसानों की पंजीयन कराने के निर्देश दिए हैं।
22 से 24 मार्च तक खुला रहेगा पोर्टल
आपको बता दें कि रबी सीजन 2023-24 में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के लिए किसानों की पंजीयन की तारीख 28 फरवरी तक निर्धारित की गई थी इसे बढ़ाकर 5 मार्च कर दिया गया था, लेकिन मार्च के महीने में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते सरकार ने गेहूं उत्पादक किसानों को समर्थन मूल्य योजना के लाभ का अवसर उपलब्ध कराने के लिए पंजीयन की तारीख 22 मार्च से 24 मार्च तक खोलने का निर्णय लिया है।
मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बाद
मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश से कई जिलों में किसानों की फसल बर्बाद हो गईं। गेहूं की फसल पककर कटने के लिए तैयार थी और मौसम ने अन्नदाता के अरमानों पर पानी फेर दिया। कई किसानों का गेहूं कट चुका था और खेत में रखा था। बारिश और ओलावृष्टि ने गेहूं को बर्बाद कर दिया। रायसेन, विदिशा, शिवपुरी, सीहोर और नर्मदापुरम समेत कई जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों पर कहर बरपाया है।
रायसेन में पांचवें दिन बारिश और ओलावृष्टि जारी
रायसेन में बीते 5 दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। यहां बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का दौर पांचवें दिन भी जारी रहा। सोमवार को सलामतपुर, सेंडोरा, रामसिया, बरबतपुर, वीदपुरा, सेवासिनि, बड़ौदा समेत अन्य ग्रामों में शाम करीब 6 बजे अचानक मौसम बदला और बारिश होने लगी। बेर के आकार के ओले गिरने से मोतियों जैसी चादर खेतों में बिछ गई। किसानों का गेहूं बारिश और ओले की वजह से बर्बाद हो गया।
रायसेन की कई तहसीलों में नुकसान का सर्वे
ओलावृष्टि की जानकारी मिलने पर रायसेन की कई तहसीलों में सर्वे कराया गया है। किसानों ने बताया कि कर्ज लेकर खेती की थी। चने और गेहूं की फसल पकी हुई है। कटाई करने ही वाले थे। ऐसे ही बारिश और ओलावृष्टि होती रही तो फसलें पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगी। अभी भी 50 फीसदी से ज्यादा गेहूं की बालियां और चने की घेंटियां झड़ गई हैं।
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सीएम शिवराज का बड़ा ऐलान
सीएम शिवराज ने कहा कि ओलावृष्टि और असमय बारिश से फसलों के 50 प्रतिशत से ज्यादा के नुकसान पर किसानों को प्रति हेक्टेयर अब 32 हजार रुपए की राहत राशि दी जाएगी। फसल बीमा की राशि अलग से दी जाएगी। उन्होंने उद्यानिकी फसलों (कई तरह के फल) को भी सर्वे में शामिल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। सीएम की घोषणा के मुताबिक, गाय-भैंस को हानि पर 37 हजार, भेड़-बकरी के नुकसान पर 4000, और मुर्गा-मुर्गी की हानि पर 100 रुपए प्रत्येक के मान से राहत राशि दी जाएगी। मकानों की क्षति पर भी सहायता दी जाएगी।
किसान बिल्कुल परेशान ना हों- सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान बिल्कुल भी परेशान नहीं हों, पीड़ित किसानों की कर्ज वसूली की तारीख तो बढ़ाई ही जाएगी, ब्याज भी सरकार ही भरेगी और अगली फसल के लिए भी शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन दिलाया जाएगा। समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए तारीख भी बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ित परिवारों की बेटी की शादी भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 56 हजार की राशि देकर करवाई जाएगी।