यूपी के अंबेडकर नगर जिले का एक गांव है तरेम। इस गांव की खासियत ये है कि गांव छायादार वृक्षों से घिरा हुआ है। जहां नजर दौड़ाई जाए वहीं बड़े बड़े छायादार पेड़ नजर आते है।
संतोष सिंह है ट्री मैन
तरेम गांव को छायादार बनाने के पीछे किसी का हाथ है तो वो है संतोष सिंह। करीब 10 साल पहले संतोष सिंह ने गांव को हरा भरा बनाने का बीड़ा उठाया था क्योंकि गांव में छायादार पेड़ों की कमी हो गई थी। शुरूआत की अपने खेत से की। 11 बीघे खेत में यूकेलिप्टस, सागौन, बेल जैसे पौधे लगाए इस समय संतोष सिंह के खेत में 15 हजार यूकेलिप्टस, 4200 सागौन, 250 बेल, 300 करौंदा, 50 आम, 20 नींबू, 8 कटहल और दो आंवला के पेड़ लगे हैं।
4 जिलों को किया हर भरा
संतोष 10 सालों में चार जिलों को हरा भरा कर चुके है और अबतक दो लाख पौधे लगा चुके हैं। अम्बेडकरनगर, प्रतापगढ़, आजमगढ़, देवरिया जनपदों में अबतक 184 बीघा खेती में दो लाख पौधे लगा चुके संतोष के मुताबिक एक बीघा में कोई भी पेड़ लगाने पर छह साल में तीन लाख लागत आती है और मुनाफा भी आसानी से तीन लाख का होता है।
शुरू में उड़ा मजाक, हौसला नहीं खोया
संतोष ने जब पेड़ लगाने की शुरूआत की तो उनका मजाक उड़ाया गया। लेकिन धीरे -धीरे जब गांव की तस्वीर बदली तो लोगों ने साथ देना शुरू किया। संतोष मिट्टी को देखकर बता सकते हैं कि वो कौन से पौथे के लिए मुफीद है। लेकिन और समझ बढ़ाने के लिए संतोष ने बनारस से एग्री क्लीनिक एग्री बिजनेस कोर्स भी किया संतोष के मुताबिक वो जबतक जिंदा रहेंगे तबतक पौधे लगाएंगे और अपने शौक को मरने नहीं देंगे। उनके इस काम में उनकी पत्नी का भी भरपूर सहयोग मिलता है।