गोविंद सिंह का ‘गढ़’ छीनेगा बीजेपी का दमदार ‘चेहरा’, सांसदों के सहारे बीजेपी चलेगी जीत का बड़ा दांव!

author-image
New Update

मध्यप्रदेश के चुनावी समर में सत्ता और संगठन की खामियों का नतीजा बीजेपी के सांसद भुगतेंगे. बीजेपी फिलहाल उस दौर में है जब पार्टी के बहुत से दिग्गज ही पार्टी से नाराज हैं या बगावत पर अमादा हैं. ऐसे हालात में बीजेपी शायद ये मान बैठी है कि विधायक के लिए उन्हें मुफीद प्रत्याशी मिलना मुश्किल है. माजरा कुछ यूं है कि अपने इस प्रत्याशी में बीजेपी को बहुत सी क्वालिटीज चाहिए. मैट्रिमोनी के विज्ञापन की एक लाइन में समझें तो बीजेपी को चाहिए हर चुनावी मैनेजमेंट में दक्ष प्रत्याशी. जो सामाजिक समीकरण भी सुधार सके. रूठे भाजपाइयों का जवाब भी बन सके और कांग्रेस के जमे जमाए विधायकों की कुर्सी भी हिला सके. अब ये गुण पुराने विधायकों में नहीं मिल रहे. तो, बीजेपी ने सांसदों पर ही दांव खेलने का मन बना लिया है.