New Delhi. भारतीय शेयर बाजार के लिए शुक्रवार 27 जनवरी का दिन बड़ी गिरावट लेकर आया। गुरूवार को गणतंत्र दिवस की छुट्टी थी। शुक्रवार को भारतीय बाजार लाल रंग के साथ खुले और एक समय तो सैंसेक्स 1200 अंक नीचे तक लुढक गया था। विशेषज्ञ इसके पीछे अडानी समूह के शेयरों की गिरावट को जिम्मेदार मान रहे हैं। इस गिरावट के चलते तेजड़ियों ने गिरावट का अंदाजा लगा लिया था इसलिए जबरदस्त मुनाफा वसूली देखी गई। कारोबार खत्म होने तक सैंसेक्स 1.45 फीसद की गिरावट यानि 874 अंक कम होकर 59300 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी में 287 अंकों की गिरावट हुई और वह 17604 पर बंद हुआ है।
7 लाख करोड़ के मार्केट कैपिटल का नुकसान
साल की शुरूआत में हुई इस बड़ी गिरावट का असर निवेशकों पर पड़ा है। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 269.74 लाख करोड़ रुपए हो गया है। इससे पहले 25 जनवरी को यह मार्केट कैप 276.69 लाख करोड़ रुपए था। केवल आज के ट्रेडिंग सत्र में 6.95 लाख करोड़ का बड़ा नुकसान हुआ है। जबकि दो कारोबारी सत्र में निवेशकों का नुकसान 10 लाख करोड़ के करीब पहुंच गया है।
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इस गिरावट में भी ये शेयर फायदे में
इस बड़ी गिरावट के बावजूद जो शेयर हरे रंग के निशान पर बंद हुए हैं उनमें टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो, पीवीआर और डॉ रेड्डी लैब प्रमुख हैं। इस गिरावट में भी टाटा मोटर्स 6.34 फीसद बढ़कर 445.60 रुपए पर बंद हुआ। जबकि बजाज ऑटो में 5.90 फीसद की बढ़ोतरी रही। वहीं सबसे ज्यादा नुकसान वाले शेयर डिक्सन टेक्नोलोग के शेयर रहे जो 19.09 फीसद की बड़ी गिरावट के साथ टॉप लूजर रहे। इनके बाद अडानी इंटरप्राइजेस ने 18.52 फीसद की गिरावट झेली है। जबकि अडानी पोर्ट में 16.29 फीसद की गिरावट हुई। अंबुजा सीमेंट के शेयर भी 17.33 फीसद लुढ़ककर 380.45 रुपए पर बंद हुए हैं।
सबसे ज्यादा गिरा बैंक निफ्टी
सबसे बुरा असर बैंकिंग सेक्टर में देखा गया है। बैंक निफ्टी में 3.13 फीसद की गिरावट देखी गई। बैंक निफ्टी 1302 प्वाइंट गिरकर 40.345.3 अंक पर बंद हुआ है। माना जा रहा है कि भारतीय बाजार इस गिरावट के बाद अब निवेशक बजट सेशन की ओर देख रहे हैं। बजट सेशन ही भारतीय बाजारों के आगे की दशा और दिशा को तय करेगा।