BHOPAL. सोना यानी गोल्ड में हर किसी की दिलचस्पी होती है। वे व्यक्ति जो बहुत कम ज्वेलरी कैरी करते हैं। सोने का नाम सुनकर उनकी भी चेतना जाग जाती है। हम यहां ज्वेलरी पहनने की बात बिलकुल नहीं कर रहे हैं। यहां बात करेंगे, सोने में निवेश की यानी सोने में निवेश कैसे करें और इससे ज्यादा फायदा कैसे लेंं। यहां ये भी बता दें कि ज्वेलरी कभी भी 24 कैरेट शुद्धता की नहीं बनती है। बिस्किट या सिक्का 24 कैरेट शुद्ध होता है। निवेश के हम जिन तरीकों को बता रहे हैं। उसमें जीएसटी आदि से भी बचा जा सकेगा। और आप सोने में निवेश का पूरा लाभ ले सकेंगे। ऐसा इसलिए भी कर सकते हैं क्योंकि सोने के भाव पिछले 5 साल में दोगुने के करीब पहुंच गए हैं और आगे भी यही ट्रेंड चलने की संभावना है।
एक अप्रैल से सोने की हॉलमार्किंग अनिवार्य
जानकार बताते हैं कि सुनार हमें 19 कैरेट का कहकर ज्वेलरी देते हैं, लेकिन जब शुद्धता की जांच कराई जाती है तो वह 15 कैरेट शुद्ध ही निकलता है। ऐसे में लोन आदि लेने पर हमें उम्मीद से बहुत कम राशि बैंक से मिल पाती है। हालांकि एक अप्रैल 2023 से ऐसा कम होगा, क्योंकि इस तारीख से सोने की हॉलमार्किंग अनिवार्य होने वाली है। यानी ज्वेलर्स सिर्फ हॉलमार्क वाला सोना ही बेच सकेंगे। इससे पता चलेगा कि सुनार से जो सोना खरीद रहे हैं, वह शुद्ध है या नहीं है।
ये भी पढ़ें...
कई तरीके हैं सोने में निवेश के
अगर आपको भी सोने में निवेश करना पसंद है तो फिजिकल गोल्ड जैसे ज्वेलरी या सोने के बिस्किट-सिक्कों के अलावा भी कई अन्य तरीकों से आप इसमें पैसा लगा सकते हैं। इसमें आपका पैसा भी पूरी तरह सुरक्षित रहेगा और पैसों की जरूरत पड़ने पर आप इसे आसानी से बेच भी सकेंगे। सोना 5 सालों में 31 हजार से 60 हजार रुपए पर पहुंच गया है यानी दोगुने के करीब हो गया है।
- गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स
सोने को शेयरों की तरह खरीदने की सुविधा को गोल्ड ETF कहते हैं। ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं, जिन्हें स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकता है। चूंकि गोल्ड ETF का बेंचमार्क स्पॉट गोल्ड की कीमतें हैं, इसे सोने की वास्तविक कीमत के करीब खरीदा जा सकता है। गोल्ड ETF खरीदने के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग डीमैट खाता होना चाहिए।
डीमैट अकाउंट जरूरी: गोल्ड ETF खरीदने के लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होता है। इसमें NSE या BSE पर उपलब्ध गोल्ड ETF के यूनिट आप खरीद सकते हैं और उसके बराबर की राशि आपके डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक अकाउंट से कट जाएगी।
- पेमेंट ऐप से करें सोने में निवेश
अब आप अपने स्मार्टफोन से ही डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करने की भी जरूरत नहीं होती है। आप अपनी सुविधानुसार जितनी कीमत का चाहें, सोना खरीद सकते हैं। यहां तक कि 1 रुपए का भी। यह सुविधा अमेजन-पे, गूगल पे, पेटीएम, फोनपे और मोबिक्विक जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। डिजिटल गोल्ड खरीदने के कई फायदे हैं। आप 1 रुपए से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसके जरिए आप शुद्ध सोने में निवेश करते हैं। ज्वेलरी मेकिंग का खर्च नहीं आता है। इससे भी पैसों की बचत होती है। इसे फिजिकल गोल्ड की तरह सुरक्षित रखने के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है।
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड अच्छा ऑप्शन
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सरकारी बॉन्ड होता है, जिसे सरकार समय-समय पर जारी करती है। इसका मूल्य रुपए या डॉलर में नहीं होता है, बल्कि सोने के वजन में होता है। यदि बॉन्ड 1 ग्राम सोने का है, तो 1 ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बॉन्ड की कीमत होगी। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50% का निश्चित ब्याज मिलता है। इसमें निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी होता है।
इसे खरीदना है आसान: गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए आपको किसी ब्रोकर के माध्यम से डीमैट अकाउंट खोलना होता है। इसमें एनएसई पर उपलब्ध गोल्ड बॉन्ड के यूनिट आप खरीद सकते हैं और उसके बराबर की राशि आपके डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक अकाउंट से कट जाएगी। इसमें ऑफलाइन भी निवेश किया जा सकता है।
- फिजिकल गोल्ड
फिजिकल गोल्ड में निवेश यानी ज्वेलरी या सोने के बिस्किट-सिक्के खरीदना। एक्सपर्ट्स ज्वेलरी खरीदने को सोने में निवेश करने का सही तरीका नहीं मानते हैं, क्योंकि इस पर जीएसटी और मेकिंग चार्ज देना पड़ता है। इसीलिए इसमें आपको पहले ही ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं। वहीं ज्वेलरी बनवाने पर आप 24 कैरेट सोने में निवेश नहीं करते हैं, क्योंकि 24 कैरेट शुद्धता सोने की ज्वेलरी नहीं बनती है। हालांकि आप सोने के बिस्किट या सिक्के में निवेश कर सकते हैं।