NEW DELHI. 2023 में दुनिया के अन्य देशों के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को भी इस साल हल्की मंदी का सामना करना पड़ सकता है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) यानी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने ग्लोबल इकोनॉमी ग्रोथ का अनुमान जारी किया है। आईएमएफ ने भारत की वृद्धि दर 2023 में 6.1 फीसदी रहने के अनुमान को बरकरार रखा है। भारत तेजी से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी। जबकि भारत के बाद दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था एक और एशियाई देश चीन की आंकी गई है, जिसका ग्रोथ रेट 5.2% फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है।
IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) ने 2023 के लिए भारत की विकास दर 6.1% रहने का अनुमान जताया। pic.twitter.com/i5mqKbipr0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2023
आईएमएफ की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में दी जानकारी
आईएमएफ की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के अनुसार वैश्विक विकास दर 2022 में अनुमानित 3.4 प्रतिशत से गिरकर 2023 में 2.9 प्रतिशत होने का अनुमान है। फिर 2024 में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हो जाएगा। अमेरिका का विकास दर जहां 2023 में 1.4 फीसदी रहने की उम्मीद है तो वहीं ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था माइनस 0.6 रहने की उम्मीद है।
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पहले भारत की विकास दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत था
आईएमएफ के अनुसंधान विभाग के मुख्य अर्थशास्त्री और निदेशक पियरे-ओलिवियर गौरिनचास ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक के लिए हमने भारत के विकास दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत लगाया था, लेकिन इसके बाद 2023 के चालू वित्त वर्ष में यह घटकर 6.1 फीसदी होने की उम्मीद है।
आईएमएफ ने एशिया की भी रिपोर्ट जारी की
आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, उभरते और विकासशील एशिया में वृद्धि 2023 और 2024 में क्रमशः 5.3 प्रतिशत और 5.2 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, 2022 में चीन का विकास दर घटकर 4.3 प्रतिशत हो गई थी।
साल 2023 में चीन की विकास दर 5.2 फीसदी रहने की उम्मीद
आईएमएफ ने साल 2023 में चीन की विकास दर बढ़ने की उम्मीद जताई है। साल 2023 में चीन की विकास दर बढ़कर 5.2 फीसदी रहने की उम्मीद है जो कि गतिशीलता में तेजी से सुधार को दर्शाता है। हालांकि, 2024 में एक बार फिर 4.5 प्रतिशत तक गिरने का अनुमान है। वहीं इससे पहले साल 2022 की चौथी तिमाही में चीन की वास्तविक जीडीपी को झटका लगा था जब यह गिरकर तीन फीसदी पर पहुंच गई थी।