Business Desk. अर्थव्यवस्था के नजरिए से चल रहे खराब वैश्विक हालातों का असर नामी कंपनियों पर दिखाई देने लगा है। अब दिग्गज आईटी कंपनी एक्सेंचर ने कर्मचारियों की छंटनी करने की पूरी तैयारी कर ली है। कंपनी 19 हजार कर्मचारियों की छुट्टी करने जा रही है। कंपनी के मुताबिक विश्व के बिगड़ते आर्थिक आउटलुक के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। अमेरिका के दो बैंकों के दिवालिया होने की कगार पर पहुंचने और तीसरे बैंक की गिरती साख ने वैश्विक मंदी होने की संभावना का बल दे दिया है। जिसके चलते कंपनियां सावधान हो गई हैं।
फैसले से बढ़े शेयरों के दाम
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि वे अपने मौजूदा वर्कफोर्स में से ढाई फीसद के करीब कर्मचारियों की संख्या घटाएगी। कंपनी के मुताबिक ज्यादातर छंटनी नॉन-बिलेबल कॉरपोरेट फंक्शन में की जाएगी। उधर कंपनी के इस निर्णय के बाद से ही उसके शेयर के दामों में 4 फीसद का उछाल देखने को मिला है।
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2023 फिस्कल की दूसरी तिमाही में एक्सेंचर ने अपने ऑपरेशन को स्ट्रीमलाइन करने, नॉन-बिलेबल कॉरपोरेट फंक्शन को ट्रांसफॉर्म करने और ऑफिस स्पेस के कंसॉलिडेशन के लिए कदम उठा रही है जिससे खर्च में कटौती की जा सके। माना जा रहा है कि कंपनी ने हाल ही में मंदी से प्रभावित होने वाली कंपनियों के टेक्नोलॉजी बजट घटने की संभावना के चलते अपने सालाना रेवेन्यू और मुनाफे के अनुमान को घटा दिया है।
ये कंपनियां कर चुकी हैं ऐलान
इससे पहले अमेजन ने 9 हजार लोगों की छंटनी का ऐलान किया था, अमेजन के सीईओ एंडी जैस्सी ने कर्मचारियों को भेजे मेमो में छंटनी को लेकर यह बात कही थी। कंपनी का मानना है कि लॉन्ग टर्म में कंपनी की सफलता के लिए यह कदम बेहद आवश्यक है। बीते सप्ताह ही फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने भी छंटनी का ऐलान किया था। मेटा 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है।