New Delhi. भारत में बोतलबंद पानी के क्षेत्र नामचीन कंपनी बिसलरी एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल कंपनी के ऑनर रमेश चौहान पहले टाटा ग्रुप को अपना ब्रांड 7 हजार करोड़ रुपए में बेचने पर सहमत हो गए थे। लेकिन टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड अधिग्रहण प्रक्रिया से हट चुका है। इसके बाद अब कंपनी की बागडोर रमेश चौहान की बेटी जयंती के हाथ में है। वे कंपनी की चेयरपर्सन हैं, वे मुख्य कार्यकारी एंजेलो जॉर्ज की अगुवाई में प्रोफेशनल मैनेजमेंट टीम के साथ काम करेंगी।
बता दें कि टाटा कंज्यूमर ने दो साल पहले बिसलरी से अधिग्रहण के लिए बातचीत की थी, लेकिन पिछले हफ्ते ही कंपनी ने यह बातचीत बंद करने का फैसला किया था। जयंती चौहान अनेक सालों से बिसलेरी के कारोबार में सहभागी बनी हैं। कंपनी का पोर्टफोलियो का ब्रांड वेदिका पर जयंती की दिलचस्पी रही है। बीते साल खबर आई थी कि कंपनी के ऑनर रमेश चौहान इसे बेचना चाहते हैं।
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उत्तराधिकारी की तलाश खत्म हुई
बीते साल जब बिसलेरी के बिकने की खबर आई थी तो बताया जा रहा था कि कंपनी को आगे बढ़ाने या उसे विस्तार देने के लिए चेयरमैन के पास कोई उत्तराधिकारी नहीं है। जिस वजह से कंपनी को बेचा जा रहा है। उस वक्त बताया गया था कि रमेश चौहान की बेटी जयंती कारोबार को लेकर खास उत्सुक नहीं हैं। जिसके चलते बिसलेरी को बेचने की तैयारी की जा रही थी।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिसलेरी का कारोबार अब जयंती चौहान संभालेंगी। वे रमेश चौहान की इकलौती बेटी हैं। जयंती का बचपन दिल्ली, मुंबई और न्यूयॉर्क में व्यतीत हुआ है। स्कूल की पढ़ाई के बाद उन्होंने प्रोडक्ट डेवलपमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने लंदन कॉलेज ऑफ फैशन से फैशन स्टाइलिंग और फोटोग्राफी की भी पढ़ाई की है। उन्होंने अरबी में भी डिग्री हासिल की है। इसके अलावा अनेक प्रमुख फैशन हाउस में बतौर इंटर्न काम भी किया है।