दुबई में रहने वाले भारतीय बिजनेसमैन एस.पी. सिंह ओबेरॉय एअर इंडिया की फ्लाइट में अकेले यात्री थे। फ्लाइट अमृतसर से दुबई के लिए 23 जून की सुबह रवाना हुई थी। वे इकोनॉमी क्लास में थे। पिछले पांच हफ्तों में यह तीसरी बार है, जब पूरी फ्लाइट में केवल एक ही यात्री हो।
गोल्डन वीजा
ओबेरॉय के पास गोल्डन वीजा है। दुबई सरकार अपने विशेष नागरिकों को गोल्डन वीजा देता है। वे इसके साथ संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में दस साल तक रह सकते हैं। उन्होंने अमृतसर से दुबई के लिए उड़ान भरी थी। चार घंटे की इस फ्लाइट में वह तब हैरान हो गए, जब उन्हें अकेले ही इस फ्लाइट से यात्रा करनी पड़ी। सरकारी विमान कंपनी एअर इंडिया की इस उड़ान के दौरान ओबेरॉय ने क्रू सदस्यों के साथ फोटो खींची।
पहले भी ऐसा हुआ था
19 मई को 40 वर्षीय भावेश झवेरी ने भी अमीरात की मुंबई-दुबई फ्लाइट से अकेले यात्रा की थी। तीन दिन बाद ओसवाल्ड रॉड्रिग्स ने भी एअर इंडिया की मुंबई से दुबई जाने वाली फ्लाइट में अकेले यात्रा की थी। कोरोना से पहले भारत और दुबई के बीच यह फ्लाइट का सबसे व्यस्ततम रूट हुआ करता था। यात्रियों की इतनी ज्यादा मांग होती थी कि फ्लाइट्स कम पड़ जाती थीं या फिर टिकट के दाम बढ़ा दिए जाते थे। कोरोना के बाद से भारत दुबई रूट पर यात्रियों की कमी पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है।
कोरोना का प्रभाव
भारत एविएशन सेक्टर अप्रैल-मई से बुरी तरह से प्रभावित है। पिछले साल कोरोना जब शुरू हुआ था तब से अब तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी है। कुछ नियमों के साथ दुबई और अन्य देशों में उड़ानें चालू हुई है, लेकिन यह सभी स्पेशल इंटरनेशनल फ्लाइट्स हैं। दुबई और भारत के बीच जो फ्लाइट चल रही हैं वे एअर बबल अरेंजमेंट के तहत चल रही हैं। एयर इंडिया पर हजारों करोड़ रुपए का कर्ज है। केंद्र सरकार कंपनी को लंबे समय से बेचना चाहती है, पर अभी तक ऐसा हो नही पाया है। सरकार को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक वह इसे बेच देगी।