देश में कोरोना की दूसरी लहर के धीमा होने के साथ, सितंबर-अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। केंद्र सरकार कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए 20 हजार करोड़ रुपए के इमरजेंसी कोविड रेस्पॉन्स पैकेज की घोषणा कर सकती है। यह सरकार द्वारा पहले से की जा तैयारी कह सकते है।
स्वास्थ्य और वित्त मंत्रालय की तैयारी
स्वास्थ्य और वित्त मंत्रालय इस पैकेज को मिलकर तैयार कर रहे हैं। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद इस पैकेज की घोषणा की जाएगी।इस पैकेज का पूरा फोकस अस्पतालों में बेड की संख्या को बढ़ाने, जरूरी मेडिकल उपकरणों और दवाओं की खरीदारी को मजबूत बनाने, राष्ट्रीय और राज्यों के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और ज्यादा से ज्यादा लैबोरेट्रीज-टेस्टिंग सेंटर्स की स्थापना करने में रहेगा।
तीसरी लहर की तैयारी
कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी और डेल्टा प्लस वेरिएंट के सामने आने के बाद सरकार ने यह तैयारी शुरू कर दी।अभी इस वेरिएंट के केस मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और केरल में सामने आए हैं। केंद्र ने राज्य सरकारों से कोविड को रोकने वाले उपायों, टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को दोगुनी तेजी से करने को कहा है। यह पैकेज हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर मिनिस्ट्री की ओर से लागू किया जाएगा। पैकेज का बड़ा हिस्सा ICMR और अन्य संस्थानों को दिया जाना है।
पिछले साल भी दिया पैकेज
केंद्र सरकार ने पिछले साल अप्रैल में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए 15 हजार करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की थी। पैकेज का करीब 50% हिस्सा कोविड से लड़ाई में खर्च किया जा चुका है।पैकेज के बाकी 50% से अगले चार साल तक मदद करने की तैयारी की जा रही है। इस राशि का इस्तेमाल डायग्नोस्टिक लैब की स्थापना और पीपीई किट्स बनाने के लिए किया जाएगा।