KANKER. कांकेर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर 8 लाख की ठगी करने वाले आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, आरोपी दंपति राजेश्वर निषाद और लता निषाद ने 2020 में स्वास्थ विभाग में पीड़ित डूमेश्वर साहू को नर्स और भाई को कंप्यूटर ऑपरेटर के पद में नौकरी दिलाने के नाम पर अलग-अलग समय में 8 लाख रुपए की वसूली की थी।
आरोपी ने ना नौकरी लगवाई ना पैसे वापस किए
आरोपी दंपति ने 2 साल तक नौकरी ना लगने से परेशान युवती डूमेश्वरी ने पहले पैसे वापसी की मांग की लेकिन आरोपी ने ना नौकरी लगवाई और ना ही पैसे वापस किए गए। जिससे परेशान होकर युवती ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। कोतवाली पुलिस ने तत्काल कार्रवाही करते हुए आरोपी पति-पत्नी को धमतरी से गिरफ्तार कर लिया है।
2020 में दंपति ने दिया था ठगी को अंजाम
आरोपी दंपति में पति पंचायत सचिव और पत्नी स्टाफ नर्स है। 2020 में दोंनों ने ठगी को अंजाम दिया था। ठगे जाने के बाद पीड़िता ने इसकी शिकायत कांकेर थाना में की थी। शिकायतकर्ता डोमेश्वरी साहू निवासी जिला धमतरी ने बताया कि राजेश्वर निषाद और उसकी पत्नी लता निषाद निवासी साकेत नगर गोविंदपुर कांकेर ने नौकरी लगाने के नाम पर उससे कुल आठ लाख रुपए की ठगी की थी।
नौकरी के नाम पर पैसों की वसूली
पंचायत सचिव राजेश्वर निषाद व स्टाफ नर्स लता निषाद दोनों उसके परिवार से अच्छी तरह परिचित थे। लता ने नर्सिंग की पढ़ाई उसकी छोटी बहन के साथ ही की थी। इससे उसका घर पर आना जाना था और इसी को लेकर पति-पत्नी ने दोनों बहनों की स्टाफ नर्स में और भाई की कंप्यूटर ऑपरेटर में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की। उन्होंने अलग-अलग किस्तों में युवती से कुल 8 लाख रुपए लिए थे।
ठग पति-पत्नी गिरफ्तार
बाद में जब नौकरी नहीं मिली और पैसे भी वापस नहीं हुए तो उसने इसकी शिकायत कांकेर थाना में कर दी। टीआई शरद दुबे ने बताया मामले की जांच के बाद ठगी की पुष्टि होने पर दोनों के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया गया। शनिवार (5 नबंवर) को दोनों ठग पति-पत्नी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपी में राजेश्वर निषाद कोयलीबेड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत जनकपुर में पंचायत सचिव था। जबकि लता निषाद वर्तमान में अंतागढ़ ब्लाक के ग्राम कोलर में नर्स है।