RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एचडीएफसी बैंक के ब्रांच मैनेजर से 10 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें पंडरी थाने की पुलिस ने मुंबई में रहने वाले युवक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। उसने ब्रांच मैनेजर को शेयर मार्केट में पैसा लगाने का झांसा दिया था और फिर उसके कहे मुताबिक पैसा नहीं मिलने पर ठगी का एहसास हुआ।
आरोपी ने तीन लोगों को लिया झांसे में
बता दें कि रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र में दुर्गा मंदिर के पीछे दुबे कॉलोनी मोवा में रविश जान हारुण का निवास है। वह एचडीएफसी बैंक शाखा मंत्रालय नया रायपुर में बैंक मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उसने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि उसके साथ अक्टूबर से नवंबर 2021 के बीच एक माह में ठगी हुई थी। मैनेजर ने बताया कि आरोपी अक्षय दोडु मोरे ने उसे और उसकी पत्नी अरूनिमा विलसन और उसकी पत्नी की बड़ी बहन अरूनिता विलसन को झांसे में लिया था।
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आरोपी ने नुकसान की भी जिम्मेदारी ली थी
तब आरोपी ने कहा कि वे लोग शेयर मार्केट में पैसे लगाएंगे तो उन्हें डेढ़ गुना रकम वापस लौटाया जाएगा। वहीं यदि नुकसान हुआ तो इसकी जिम्मेदारी उसकी रहेगी। उसने पैसे वापस करने की भी बात कही थी। उसने ये भी कहा कि शेयर मार्केट में निवेश कर अपने सभी कस्टमरों को प्राफिट देता है। ब्रांच मैनेजर उसकी बातों में आ गया। उसके द्वारा 100 रुपए के स्टांप पेपर में हस्ताक्षर कराए गए।
मुंबई पहुंचने के बाद भी दिया धोखा
ब्रांच मैनेजर रविश ने आरोपी के खाते में पहले 50 हजार रुपये के बाद अलग-अलग किस्तों में कुल 10 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इस दौरान आरोपी ने फिर कहा कि वह इस पैसे को तीन से चार महीने के भीतर 50 परसेंट के फायदे के साथ वापस लौटा देगा। समय बीतने के बाद भी जब पैसे नहीं मिले तो उससे संपर्क किया, लेकिन, आरोपी अक्षय ने अपने फोन बंद कर लिए। तब वह उसके मुंबई एरोली थाना क्षेत्र स्थित उसके निवास में जाकर उससे संपर्क किया। तब आरोपी ने दो-तीन महीने में पैसे देने की बात कही। इसके बाद भी रकम नहीं लौटाई तो उसने पंडरी थाने में रिपोर्ट लिखाई है। अब पुलिस ने धोखाधड़ी के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।