रेणु तिवारी, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में अनियमितता का एक नया मामला सामने आया है। दरअसल, बिलासपुर-कटघोरा नेशनल हाईवे निर्माण में अनियमितता का मामला सामने आया है। यहां 39 किलोमीटर के सड़क निर्माण में 14 जगह गंभीर खामियां पाई गई है। गड़बड़ी की शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से करते हुए कंसलटेंट कंपनी के ठेकेदार से बदलने के साथ 9.35 करोड़ जुर्माने की राशि वसूलने की बात कही है।
1100 करोड़ की लागत से बन रही सड़क
बिलासपुर से कटघोरा होते हुए अंबिकापुर नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट के तहत सड़क का काम चल रहा है। 1100 करोड़ की लागत से बने इस सड़क में कटघोरा- पतरापाली के बीच 39 किलोमीटर सड़क बनाई गई है। इंडियन रोड कांग्रेस समिति अन्य मापदंडों के पालन की जांच करने के लिए NHI ने दिल्ली के एक इंजीनियरिंग कंपनी को कंसलटेंट नियुक्त किया है। कंपनी ने बिलासपुर से कटघोरा के बीच सड़क में 14 अलग-अलग जगह में कई तरह की खामियां पाई है, इनमें कहीं सड़क तो कहीं अंडरब्रिज को गलत तरीके से लेआउट, डिजाइन के हिसाब से तैयार नहीं किया गया यही वजह है कि दिल्ली की एलएन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी ने 18 जनवरी 2022 को एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को चिट्ठी लिखकर बताया कि सड़क निर्माण में कई गड़बड़ियां और अनियमितताएं है।
केंद्रीय परिवहन मंत्री के पास पहुंची शिकायत
इस पूरे मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से प्रोजेक्ट में गड़बड़ी की शिकायत की है। साथ ही उन्होंने एनएचआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एके ढाल, को हटाने की मांग करते हुए जुर्माने की अनुशंसा की है। लेकिन, प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने इसे दरकिनार कर दिया है पूर्व सीएम ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर को यहां से हटाने और मामले में जांच के आदेश दिए है।
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क्या है परियोजना-
- कटघोरा से पतरापाली के बीच 39 किमी फोरलेन सड़क है।
सड़क निर्माण में 2 बार लग चुकी है पेनाल्टी
इस पूरे मामले पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर 'एके ढाल' ने जब द सूत्र की टीम से बात की तो अपना पक्ष रखते हुए कहा- चौकाने वाला प्रोजेक्ट है, 2 बार सड़क निर्माण में पेनाल्टी लग चुकी है। पहली बार 17.62 लाख और दूसरी बार 32.71 लाख की। मार्च 2019 में यह प्रोजेक्ट स्टार्ट किया था, जिसे मार्च 2021 में खत्म करना था। कोविड-19 के दौरान 6 पॉइंट पर थोड़ी कमियां आई गई थी। जिसको आईएनए ने कंप्लीट करने का निर्देश दिया था। मुझे राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है।