BILASPUR. नाबालिगों की मर्जी कानून की नजर में कोई मायने नहीं रखती, ये बात शायद जिले के दो युवकों को पता नहीं थी। अब वे जेल की हवा खाएंगे। दरअसल, वे दो नाबालिग छात्राओं को दमन और दीव घुमाने के लिए ले गए थे। छात्राओं के परिजनों ने थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। लोकेशन के आधार पर पुलिस ने छात्राओं को बरामद किया और युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
तखतपुर क्षेत्र में रहने वाली दो छात्राएं बीते मंगलवार को परीक्षा दिलाने के लिए घर से निकली थीं। इसके बाद जब वे घर नहीं पहुंचीं तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। तब पता चला कि वे उस दिन स्कूल भी नहीं पहुंची थीं। उनकी सहेलियों से भी पूछताछ की गई तो भी कोई जानकारी नहीं मिली। थक-हारकर एक छात्रा के परिजनों ने मामले की शिकायत तखतपुर थाने में दर्ज कराई। तब तक उन्हें दूसरी छात्रा के गायब होने का उन्हें पता नहीं था।
दमन दीव से बरामद
पुलिस ने जब अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की, तभी पता चला कि जरहागांव क्षेत्र में रहने वाली एक छात्रा भी अपने घर से गायब हो गई है। इसकी सूचना एसपी पारूल माथुर को भी दी। तब उन्होंने टीम बनाकर दोनों छात्राओं की तलाश करने को कहा। पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला कि दोनों छात्राएं बिलासपुर के अलग-अलग क्षेत्र में रहने वाले दो युवकों के संपर्क में थीं। जब दोनों युवकों की तलाश की गई तो पुलिस को पता चला कि वे भी अपने ठिकाने से गायब हो गए हैं। वहीं उनके मोबाइल का लोकेशन दमन दीव दिखा रहा था। ऐसे में एक टीम को दमन दीव भेजा गया। टीम ने वहां के दमनवाड़ा थाना क्षेत्र के मोटी दमण जिला दमन के कल्पेश चाल में छापामार कार्रवाई की। इस दौरान दोनों छात्राएं उनके साथ मिल गईं, जिन्हें छुड़ाया गया। वहीं इस मामले में सरकंडा क्षेत्र के मोपका निवासी संजू धुरी (32 वर्ष) और जरहागांव क्षेत्र के अमोरा निवासी हरिओम पटेल (30 वर्ष) को हिरासत में लिया गया। छात्राओं का बयान दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।