RAIPUR. रायपुर में ठगी का एक नया मामला सामने आया है। दरअसल एक शिक्षक को कैंसर की दवा के नाम पर 200 रुपए की बीयर की सप्लाई की गई। उसे प्लास्टिक की बोतल में ऐसा पैक किया गया, जिससे उन्हें शक ना हो। दो नाइजीरियन ने दवा खरीदने के लिए संपर्क किया। वे दवा खरीदने रायपुर आने का झांसा देने लगे। उसके बाद एयरपोर्ट में पकड़े जाने के नाम पर शिक्षक को फोन किया और 10 लाख ऐंठ लिए। फिर आईटी, पुलिस विभाग से बचने के नाम पर पैसा लिए। धीरे-धीरे कर 20 लाख रुपए ले लिए। जब और पैसों की डिमांड हुई तो शिक्षक को ठगी का शक हुआ। तब उन्होंने पुलिस में शिकायत की। पुलिस के अनुसार सड्डू में रहने वाले शिक्षक को पिछले साल अक्टूबर में सोशल मीडिया पर फ्लूड राबिन दवा कंपनी का मैसेज आया था। कंपनी की मैनेजर नताशा स्मृति लगातार मैसेज कर रही थी। तब शिक्षक ने उनसे बातचीत की। नताशा ने बताया कि उनकी कंपनी कैंसर का दवा बनाती है। अगर वे इस काम में उनके साथ जुड़ेंगे तो मोटा कमीशन मिलेगा। शिक्षक ने मना कर दिया। एक महीने तक नताशा रोज फोन और मैसेज करती थी। आखिरकार शिक्षक ने हामी भर दी। उन्हें दिल्ली बुलाया गया।
आईटी-पुलिस से बचने के नाम पर भी ऐंठे पैसे
दरअसल शिक्षक अपने बेटे के दाखिला के लिए दिल्ली गए थे। वहीं से नताशा को फोन किए तो उसने शिक्षक को 63 हजार जमा करने को बोली, और शिक्षक ने कर दिया। उसके पास एक बोतल आया। उसके कुछ देर बार डॉ. वॉल्टर ने दिल्ली के मॉल में मिलने के बुलाया। वहां उन्हें 200 डॉलर दिया गया। वे पैसा लेकर वापस आ गए। दूसरे दिन फोन आया कि दवा बहुत अच्छी है। काफी प्रभावशाली है। उन्हें 50 लीटर और चाहिए। डॉक्टर लगातार शिक्षक को फोन करते रहा। तब शिक्षक ने 22 लीटर दवा का ऑर्डर दिया और ऑनलाइन पेमेंट कर दिया। दस दिन के अंदर उनके घर पर 22 लीटर दवाइयां कोरियर से पहुंच गई। इसके बाद शिक्षक ने डॉक्टर को फोन लगाया और दवाइयां कहां सप्लाई करना है। डॉक्टर ने कहा कि वह पैसे लेकर खुद रायपुर आ रहे है। दो दिन बाद डॉक्टर वाल्टर ने कहा कि वे निकल गए हैं और एयरपोर्ट पहुंच गए है। दवाईयों से भरे बैग का फोटो भेजा। एक घंटे बाद शिक्षक को फिर फोन किया और बताया कि उन्हें कस्टम वालों ने पकड़ लिया है। बड़ी रकम ले जाने के लिए जुर्माना लगा रहे है। 8 लाख की मांग कर रहे है। उन्होंने 4 लाख की व्यवस्था कर ली है। 4 लाख और चाहिए। शिक्षक ने जमा कर दिया। कुछ देर बार डॉक्टर ने फिर फोन किया और आयकर विभाग द्वारा पकड़े जाने की सूचना दिया। इस बार शिक्षक ने 3 लाख भेजा। फिर पुलिस के नाम पर 2 लाख और डॉक्टर ने ले लिया। उसके बाद रायपुर नहीं आए।
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शिक्षक ने झांसे में आकर दिए पैसे
इसी बीच नताशा ने बताया कि दवा कंपनी के मालिक उनसे मिलने रायपुर आ रहे हैं। दवा कंपनी के मालिक ने कुछ दिन बाद फोन किया वे दिल्ली एयरपोर्ट में फंस गए है। अपना एलो कार्ड भूल गए है। इसके लिए उनसे जुर्माना मांगा जा रहा है। शिक्षक ने झांसे में आकर पैसा दे दिया। मालिक ने शाम को फिर फोन किया कि वे रायपुर एयरपोर्ट पहुंच गए है। वहां भी उन्हें पकड़ लिया गया है। दो लाख चाहिए। शिक्षक ने दे दिए। होटल बुकिंग से लेकर कार बुकिंग के लिए भी शिक्षक से पैसा ले लिए। उसके बाद ठगों ने मुलाकात नहीं किया। तब शिक्षक को शक हुआ। तब उन्होंने पुलिस में शिकायत की।