Raipur।छत्तीसगढ़ की 28 तहसीलें सूखाग्रस्त घोषित होने जा रही है। इनमें सरगुजा संभाग की तहसीलों में अल्प वर्षा की स्थिति सबसे ज़्यादा पाई गई है। सरगुजा संभाग के तीन ज़िलों की 8 तहसीलें ऐसी भी हैं जहां 40 फ़ीसदी से कम वर्षा हुई है जबकि प्रदेश के 9 ज़िलों की 20 तहसीलों में साठ फ़ीसदी से कम बरसात हुई है।
सरगुजा बस्तर रायपुर संभाग के इलाक़े प्रभावित
जिन 28 तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित किये जाने के प्रस्ताव कलेक्टरों से मंगाए गए हैं उनमें सरगुजा जिले के अंबिकापुर मैनपाट सीतापुर,लुंड्रा,दरिमा और बतौली,सूरजपुर ज़िले के प्रतापपुर,बिहारपुर और लटोरी,बलरामपुर ज़िले के शंकरगढ़,रामानुजगंज,राजपुर,बलरामपुर,कुसमी और वाड्रफनगर,जशपुर ज़िले के दुलदुला,जशपुर,पत्थलगांव,सन्ना,कुनकुरी और कांसाबेल, रायपुर ज़िले के रायपुर और आरंग,कोरिया ज़िले के सोनहत, कोरबा ज़िले के दर्री, बेमेतरा जिले के बेरला और सुकमा ज़िले के गादीरास और कोंटा तहसील शामिल हैं।
मुख्य सचिव जैन ने ली वीसी और दिए निर्देश
मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने वीडियो कॉंफ़्रेंस के ज़रिए सभी कमिश्नर ( संभागायुक्त) और कलेक्टरों की बैठक लेकर बरसात के हालात की समीक्षा की। इस बैठक में सीएस अमिताभ जैन ने निर्देशित किया कि,औसत से कम बारिश वाली 28 तहसीलों में राहत कार्य शुरू कराने तत्काल कार्ययोजना तैयार की जाए।