JAGDALPUR. बस्तर के जिला मुख्यालय जगदलपुर में बड़े हादसे की खबर है। 24 जनवरी, मंगलवार की शाम छठवीं क्लास में पढ़ने वाला बच्चा अपने दोस्तों के साथ मकान की छठी मंजिल की छत पर चढ़कर पतंग उड़ा रहा था। अचानक वह वहां से सीधे नीचे जमीन पर आ गिरा। परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लालबाग हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का है मामला
आपको बता दें कि मामला जगदलपुर शहर के लालबाग हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की है। यहां रहने वाले राजू सराफ का बेटा जतिन स्वामी आत्मानंद स्कूल में कक्षा छठवीं का छात्र था। वह शाम को अपने दोस्तों के साथ कॉलोनी की छत पर दोस्तों के साथ पतंग उड़ा रहा था। इसी बीच उसका पैर पानी निकासी के लिए बनाई गई जाली पर पड़ गया।
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पैर पड़ते ही जाली टूट गई
लोहे की इस जाली की लंबे समय से मरम्मत नहीं हुई थी, जिससे वह सड़ गई थी। पैर पड़ते ही जाली टूट गई और वह सीधे नीचे जमीन पर आ गिरा। परिजन उसे तत्काल अस्पताल लेकर गए। लेकिन दो घंटे बाद ही उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने बताया कि मल्टीपल फ्रैक्चर के साथ ही उसे अंदरूनी चोट आई थी, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पतंगबाजी करते समय बच्चों की निगरानी जरूरी
देखा गया है कि छोटे बच्चे अक्सर तेज हवा में अच्छे से पतंग उड़ाने के लिए आमतौर पर ऊंची जगहों की तलाश में रहते हैं। ऐसे में वे कभी मकान की छत पर तो कभी और कहीं ऐसी जगह पर चले जाते हैं, जहां गिरने का खतरा बना रहता है। पतंग की कलाबाजियां, एक-दूसरे से लड़ाने व काटने की होड़ व ज्यादा ऊंचाई तक ले जाने के लिए बेताब रहते हैं। इसी उत्साह के बीच उन्हें अंदाजा भी नहीं लग पाता कि वे खतरनाक जगह पर पहुंच गए हैं। इसलिए अकेले में उन्हें पतंग उड़ाने के लिए छत पर नहीं भेजना चाहिए। या फिर उनके साथ मौके पर रहना चाहिए। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं। पुलिस की ओर से भी अभिभावकों को इस पर ध्यान देने के लिए कहा जाता है। इसके बाद भी इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।