BALRAMPUR. सरगुजा संभाग में धीरे-धीरे नक्सलियों का आतंक कम हो रहा है। ऐसे में बलरामपुर जिले में आज 9 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। तीन नक्सलियों ने हथियार समेत आत्मसमर्पण किया है, जबकि एक नक्सली ने आईडी पुलिस को सौंपा है। सरगुजा संभाग में पहली बार इतनी संख्या में नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
लंबे समय से ये माओवादी नक्सली गुट में कार्य कर रहे थे
बता दें कि जिन नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण किया है, यह काफी लंबे समय से माओवादी नक्सली गुट में कार्य कर रहे थे। कई नक्सलियों को माओवादियों ने काफी कम उम्र में अपने साथ काम करने के लिए ले गया था। यह नक्सली मुख्य रूप से बड़े नक्सलियों के लिए आईडी ढोने, खाना बनाने और सामान लाने का काम करते थे।
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इन नक्सलियों में सबसे कम उम्र 18 साल तो अधिक में 50 साल है
आज एसपी कार्यालय में पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के सामने सभी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और उनके चेहरे पर एक मुस्कान देखने को मिली। समर्पण किए एक नक्सली की उम्र सबसे कम 18 साल है, जबकि एक नक्सली की उम्र 50 साल है यह सभी पीपर ढाबा, चरहूं और चुनचुना पुनदाग एरिया के रहने वाले थे। यह सभी नक्सली कमांडर स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य विमल यादव के टीम और रीजनल कमेटी कंपनी कमांडर नवीन यादव, शेखर कोरवा, जगदीश बूढ़ा, विनय वीरसाय और रवि कमांडर के साथ मिलकर काम किया करते थे। नक्सली सुनवा कोरवा द्वारा एक किलोग्राम के आईडी विस्फोटक और मिथिलेश अजय व जंगली कोरवा द्वारा भरमार बंदूक के साथ आत्मसमर्पण किया गया।
सभी नक्सलियों को पुलिस विभाग की ओर से 3-3 हजार रुपए की सहायता राशि दी
नक्सलियों से लगभग 6 घंटे तक एक बंद कमरे में बात करने के बाद एसपी मोहित गर्ग ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि इनमें से कुछ नक्सली एक दो साल पहले कुछ तीन चार साल और कुछ 5 साल पहले नक्सली गुट में शामिल हुए हैं। कई बार यह नक्सली भागकर घर वापस आ गए थे, लेकिन नक्सलियों ने फिर इन्हें डरा धमकाकर अपने साथ ले गए थे। अब जब बंदरचुआं और भूताही में पुलिस के कैंप खुले हैं, तो इन नक्सलियों के हौसले बढ़े और उन्होंने पुलिस के साथ संपर्क किया जिससे आज नौ नक्सलियों ने समर्पण किया है। आज समर्पित सभी नक्सलियों को एसपी ने पुलिस विभाग की तरफ से 3-3 हजार रुपए की सहायता राशि भी दी है।