BILASPUR. छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली एक पैसेंजर ट्रेन बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। गोंदिया-झारसुगुड़ा जेडी पैसेंजर 08861 के इंजन में 18 अक्टूबर देर रात आग लग गई। ट्रेन ब्रजराज नगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर पहुंच चुकी थी, इसलिए बड़ा हादसा टल गया। तत्काल आग पर काबू पा लिया गया। फिर भी इंजन का काफी हिस्सा जल गया है।
सभी यात्री सुरक्षित
बताया गया कि बिलासपुर से छूटने के बाद ट्रेन लचकुरा स्टेशन से ब्रजराज नगर की ओर बढ़ी ही थी कि लोको पायलट को इंजन से जलने की बदबू आने लगी। ट्रेन अपनी रफ्तार से चलती रही। इस बीच धुंआ दिखाई देने लगा। आग लगते देख लोको पायलट एमके चौरसिया और उनके सहायक ने इंजन में रखे फायर इंस्टिंग्यूशर से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग नहीं बुझी। इस बीच ट्रेन ब्रजराज नगर रेलवे स्टेशन के आउटर पर पहुंच गई।
प्लेटफार्म पर भगदड़ का माहौल
लोको पायलट ने तत्काल स्टेशन मास्टर को आग की सूचना दी। ट्रेन को 8:20 बजे ब्रजराज नगर रेलवे स्टेशन के 3 नंबर प्लेटफार्म पर लाया गया। जब तक रेलवे का स्टाफ वहां पर फायर इंस्टिंग्यूशर लेकर पहुंच चुका था, तब तक ट्रेन की आग और भी ज्यादा भड़क चुकी थी। हालांकि प्लेटफार्म पर पहुंचते ही आग बुझा ली गई। इस दौरान प्लेटफार्म पर भगदड़ का माहौल रहा। बताया जा रहा है कि जेडी पैसेंजर के पीछे उत्कल एक्सप्रेस आ रही थी। उसे ब्रजराज नगर रेलवे स्टेशन में रोककर सभी को उस ट्रेन से झारसुगुड़ा की ओर रवाना किया गया। बताया जा रहा है कि उत्कल एक्सप्रेस को झारसुगुड़ा तक पैसेंजर बनाकर ले जाया गया ताकि किसी भी यात्री को कोई और परेशानी न हो।
आग लगने के कारण का नहीं हुआ खुलासा
इंजन के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को यह समझ ही नहीं आ रहा है कि यह आग कैसे लगी। क्योंकि ट्रेन चलने के दौरान किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी बिलासपुर से नजर नहीं आई थी। लेकिन लचकुरा के पास ही अचानक से धुंआ निकलने लगा। इससे पहले की कुछ समझ आता आग भड़कने लगी।