Balrampur-Ramanujganj।कांग्रेस के तब सत्तर जो कि अब इकहत्तर हैं, उन विधायकों को जीता कर लाने की जवाबदेही मेरी,का संकल्प जैसा उद्घोष करने वाले मुख्यमंत्री बघेल का विधानसभा वार दौरा कल से शुरू होने जा रहा है। जैसा कि द सूत्र पहले बता चुका है, यह दौरा प्रशासनिक तो है, लेकिन दरअसल यह मुख्यमंत्री बघेल को ना केवल याेजनाओं की हकीकत से रूबरू कराएगा, साथ ही वे विधायकों के कामकाज को भी सीधे परखेंगे। विधायकों के कामकाज को कार्यकर्ताओं के नजरिए से देखने समझने के लिए दाैरे के ठीक पहले मुख्यमंत्री बघेल के विश्वस्त खनिज विकास निगम के अध्यक्ष और चुनाव को लेकर पीसीसी द्वारा गठित बूथ प्रबंधन कमेटी की जवाबदेही सम्हाल रहे गिरीश देवांगन और नान चेयरमेन के साथ पीसीसी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल उन क्षेत्राें में कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करते हुए रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिस पर पीसीसी में विस्तृत चर्चा होनी है। हालांकि पीसीसी में चर्चा के ठीक पहले इसका सारांश मुख्यमंत्री बघेल को दाैरे के ठीक पहले मिल जाएगा ताकि, जब वे खुद चर्चा करें तो उन तक मौजुद कई रिपाेर्ट में एक यह रिपाेर्ट भी होगी जो उन्हे आवश्यक निर्णय में सहायक होगी।
सीएम बघेल कुछ यूं समझेंगे जमीनी हकीकत
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दाैरे की शुरूआत सरगुजा संभाग से होने जा रही है, सरगुजा संभाग में वे सबसे पहले बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा और अगले दिन बलरामपुर विधानसभा के दाैरे पर रहेगे। इस दाैरान ग्रामीणाें से लेकर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद मुख्यमंत्री बघेल करेंगे, हर विधानसभा में दो हैलीकॉप्टर होंगे, एक में खुद मुख्यमंत्री बघेल होंगे जबकि दूसरे में क्षेत्रीय विधायक के साथ प्रभारी मंत्री। विधायक के साथ उसी के क्षेत्र में आकस्मिक दाैरा संगठन और मतदाताओं के बीच संवाद और संबंधाें को मुख्यमंत्री बघेल के सामने पारदर्शी कर देगा, जबकि मुख्यमंत्री बघेल यह तय करेंगे कि,प्रशासन को लेकर नागरिकों में छवि कैसी है और याेजनाओं की जमीनी हकीकत क्या है, तो यह मसला केवल प्रशासनिक अधिकारियाें तक ही नही,बल्कि प्रभारी मंत्री की भूमिका भी बेहतर साबित करेगा।
सामरी में विधायक के खिलाफ जमकर गुस्सा जताया कार्यकर्ताओं ने
सामरी विधानसभा से शुरू होने वाले मुख्यमंत्री बघेल के विधानसभावार दाैरे के ठीक पहले राजपुर में बूथ प्रबंधन कमेटी प्रभारी गिरीश देवांगन और रामगोपाल अग्रवाल ने संगठन से संवाद की शुरूआत की, और कार्यकर्ताओं का गुस्सा तबियत से सामने आया। इस बैठक में सभी सैक्टरों के प्रभारी, समेत पदाधिकारी शामिल थे। इन सबने विधायक चिंतामणि महाराज को लेकर जमकर नाराजगी जताई। खबरें है कि, बैठक में कार्यकर्ताओं ने उपेक्षा अपमान के साथ साथ विरोधी दल के पदाधिकारियाें कार्यकर्ताओं को हर तरह से मदद किए जाने का खुला आरोप लगाया है। एक कार्यकर्ता जिनकी पत्नी निर्वाचित जनप्रतिनिधि है उन्होने यह कहा कि,हम दरी उठाने से लेकर पार्टी का हर काम बेहद गर्व से करते हैं, लेकिन विधायक की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध करने वाली अपमानित करने वाली है।
मिला आश्वासन, जल्द होगा सुधार
यह बैठक बंद कमरे में शुरू हुई, पर जैसे ही संवाद शुरू हुआ तो राज्य से पहुंचे पदाधिकारी चूपचाप सुनते रह गए। बुरी तरह भड़के कार्यकर्ताओं का तेवर देर तक इसलिए भी शांत नही हुआ,क्योंकि तीन सालों में यह पहला अवसर था जबकि, पीसीसी खुद सामने बैठाकर उनकी दिक्कत तकलीफों को समझने की कवायद कर रही थी। बंद कमरे में हुई इस बैठक को लेकर प्रेस को दूर रखा गया था,लेकिन फिर भी खबरें बाहर आ ही गई। संगठन की तरफ से पहुंचे बूथ प्रबंधन कमेटी के प्रदेश प्रभारी गिरीश देवांगन ने यह कहते हुए कुछ भी कहने से इंकार कर दिया कि, यह संगठन की आंतरिक बैठक है। खबरें यह भी हैं कि, गिरीश देवांगन ने कार्यकर्ताओं को जल्द ही सुधार का ठोस आश्वासन दिया है।