RAIGARH. रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगे नगर निगम के संबलपुरी शहरी गौठान से करीब 350 गोवंश को चोरी छिपे ले जाने का मामला सामने आया है। गौठान संचालन के लिए बनाई गई गौ माता मित्र समिति ने गौ तस्करी की आशंका जताते हुए मामले की शिकायत चक्रधरनगर में की है। दरअसल, नगर निगम रायगढ़ शहर से बाहर संबलपुरी में शहरी गौठान का संचालन करता है।
चक्रधऱ नगर थाने में शिकायत की
गौठान में बड़ी संख्या में गायों को रखा गया है। बताया जाता है कि बीते मंगलवार की रात निगम के कुछ कर्मचारियों ने गौठान में तैनात कर्मचारियों को धमका कर गोवंशों को बाहर निकाला और ले जाने लगे। कर्मचारियों ने गो मित्र सेवा समिति को इसकी सूचना दी जिसके बाद समिति सदस्य वहां पहुंचे। बताया गया कि 350 से अधिक गोवंशों को कुछ लोगों द्वारा जबरन गौठान से ले जाया गया है। खास बात ये है कि गौठान का संचालन करने वाली गौ मित्र सेवा समिति को भी इसकी सूचना नहीं दी गई।
महापौर ने रखा पक्ष
मामले में समिति संचालक शिवराज साहू का कहना है कि गायों को बिना किसी सूचना के चोरी छिपे और पैदल लेकर जाना कई संदेहों को जन्म देता है। ये पशु क्रूरता की श्रेणी में भी आता है। समिति ने चक्रधऱ नगर थाने में शिकायत करते हुए आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है। हालांकि महापौर जानकी काटजू का कहना है कि गौवंशों की संख्या अधिक होने के चलते देखभाल में परेशानी को देखते हुए उन्हें अन्य गौठानों में शिफ्ट किया जा रहा था। मामले में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।
गौठान सरकार की गोधन न्याय योजना का हिस्सा
बता दें सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत राज्यभर में गौठान भी खोले गए हैं। इनमें न केवल गायों को रखा जा रहा है, बल्कि कुछ जगह मछली पालन, मुर्गी पालन भी हो रहा है। गोबर और गोमूत्र की खरीदी भी गौठान के माध्यम से हो रही है।