BILASPUR: यहां एक सोलह साल के नाबालिग ने सिर्फ इसलिए अपनी जान दे दी क्योंकि उसकी मां ने उसे गेम खेलने से रोक दिया। बच्चा मोबाइल पर गेम खेलने का इतना ज्यादा आदि हो चुका था कि उसे एक पल के लिए भी गेम छोड़ना गंवारा नहीं था। मां को इसी बात की फिक्र होने लगी। हालांकि उन्हें ये कहां अंदाजा होगा कि मोबाइल छिनना उनके लाल की जान पर ही भारी पड़ जाएगा। मां ने गुस्से में मोबाइल छीन तो लिया लेकिन इस गुस्से ने उनका बेटा उनसे हमेशा के लिए दूर कर दिया।
क्या है मामला
जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक किशोर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बताया जाता है कि उसके दिन भर गेम खेलने से नाराज होकर उसकी मां ने हाथ से मोबाइल छीन लिया। इससे आहत होकर बेटा फांसी के फंदे पर झूल गया। परिजन उसे उतार कर इलाज के लिए अस्पताल ले गए थे, जहां उसकी जान चली गई।
16 साल का था बेटा
मिली जानकारी के अनुसार शुभम विहार बापजी रेसीडेंसी कॉलोनी निवासी युवराज सिंह, जिसकी उम्र महज सोलह साल थी, वो स्कूली छात्र था। वह मोबाइल लेकर गेम खेलने का आदी हो गया था। गुरुवार को उसने अपने घर के कमरे में फांसी लगा ली। जानकारी होने पर परिजन ने फंदा काटकर उसे नीचे उतारा और इलाज के लिए मंगला स्थित निजी अस्पताल ले गए, जहां उसकी गंभीर हालत को देखकर अपोलो अस्पताल रेफर कर दिया गया। अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को इस घटना की जानकारी सिविल लाइन पुलिस को मिली।
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि लड़का मोबाइल में गेम खेलते रहता था। गुरुवार को उसकी मां ने नाराज होकर उससे मोबाइल छीन लिया। इससे दुखी होकर वह कमरे में चला गया। कुछ देर बाद परिजन कमरे में गए तब वह फंदे पर झूल रहा था। आशंका जताई जा रही है कि मां के मोबाइल छीनने से दुखी होकर उसने इस तरह से आत्मघाती कदम उठाया होगा।