Raipur. छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस और नक्सलियों के बीच रिश्ते की जाँच करने की माँग करते हुए पत्र लिखा है। सांसद अरुण साव ने पत्र में तेलंगाना में गिरफ़्तार हुए छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता का ज़िक्र करते हुए पत्र में यह लिखा है
“अन्य राज्यों के साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य को माओवादी हिंसा से सुरक्षित रखने व इस समस्या का समाधान करने आप निरंतर प्रयास कर रहे हैं।अन्य राज्यों में स्थिति में व्यापक सुधार हुआ है लेकिन छत्तीसगढ़ में स्थिति संवेदनशील है।क्या इसकी वजह छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं व नक्सलियों के बीच अंतरंगता है, यह जाँच का विषय है।इस संबंध में आग्रह है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस से जुड़े कितने लोगों के संपर्क और संबंध नक्सलियों से हैं, इसकी जाँच हों।”
बीजेपी क्यों कह रही है नक्सली कांग्रेस की बी टीम
माओवादियों को लेकर बीजेपी के इस कदर आक्रामक है कि, पार्टी के क़द्दावर आदिवासी युवा नेता महेश गागड़ा ने नक्सलियों को कांग्रेस की बी टीम करार दे दिया है। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने यह टिप्पणी प्रेस कॉन्फ़्रेंस में की। महेश गागड़ा ने इस के लिए जिस संदर्भ का ज़िक्र किया उनमें बीजापुर के कांग्रेस पदाधिकारी का प्रकरण प्रमुख है। लेकिन अहम मसला माओवादियों की ओर से जारी वे विज्ञप्तियाँ हैं जो लगातार चौंका रही थीं। माओवादियों की ओर से जारी विज्ञप्तियों में जिस तरह की बातें और विषय सामने आ रहे हैं उसने माओवाद विषय पर काम कर रहे लोगों को भी चौंकाया है। बीजेपी ने इन्हीं विज्ञप्तियों का हवाला देते हुए प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा
“नक्सलियों की विज्ञप्ति की भाषा देख लें, और कॉंग्रेस का एजेंडा देख लें, आपको कोई फ़र्क़ नहीं लगेगा।ऐसा लगेगा मानों कांग्रेस सरकार से जुड़े लोगों ने पत्र ड्राफ़्ट कर के नक्सलियों को दिया हो और नक्सलियों ने उसे अपने लैटर पैड पर जारी कर दिया हो।कांग्रेस और उसकी सरकार में सहयोग के ये कुछ उदाहरण नहीं है, ऐसे तमाम मामले आपको दिखेंगे।नक्सली खुलेआम बारह किलोमीटर लंबी रैली निकाल लें और सरकार को पता ही नहीं चले, ऐसा कैसे हो सकता है।”
बीजापुर कांग्रेस पदाधिकारी का क्या मसला है
प्रदेश का आख़िरी ज़िला है बीजापुर। यह तेलंगाना से सीधे सटा हुआ ज़िला है। इसे कोर नक्सल प्रभावित इलाक़ा माना जाता है। तेलंगाना पुलिस ने बीते आठ अक्टूबर की शाम वारंगल के हनमाकोंडा में ब्लॉक कॉंग्रेस भोपालपटनम के महामंत्री के जी सत्यम को दो महिला नक्सलियों के साथ पकड़ा। हालाँकि इसका खुलासा आज दोपहर तेलंगाना पुलिस ने किया। तेलंगाना पुलिस ने आज दोपहर प्रेस कॉन्फ़्रेंस में यह स्पष्ट किया है कि, के जी सत्यम को नक्सलियों के साथ गिरफ़्तार किया गया है। तेलंगाना पुलिस ने ब्रीफ़ प्रेस नोट भी जारी किया है। हालाँकि तेलंगाना पुलिस ने आज गिरफ़्तारी को स्पष्ट किया लेकिन यह खबर सभी तक आ चुकी थी कि, महिला नक्सलियों के साथ कांग्रेस का पदाधिकारी गिरफ़्तार किया गया है। नक्सलियों के साथ गिरफ़्तार कांग्रेस नेता को लेकर यह खबर भी वायरल हुई कि, कांग्रेस नेता महिला नक्सलियों का इलाज कराने तेलंगाना लाए थे।
इस सूचना के आधिकारिक रुप से पुष्ट होते ही बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया और बहुतेरे दृष्टांत देते हुए नक्सलियों को कांग्रेस की बी टीम बता दिया।
बीजेपी के कांग्रेस से पाँच सवाल
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस से पाँच सवाल पूछे है।इन सवालों में कुछ प्रश्न बेहद गंभीर ध्वनि रखते हैं। बीजेपी के पाँच प्रश्न निम्नलिखित हैं
1- कॉंग्रेस और नक्सलियों के बीच का रिश्ता क्या है?
2- क्या झीरम घाटी हत्याकांड मामले को भी कांग्रेस नक्सलियों से संबंध की वजह से दबा रही है ?
3- कितने नक्सलियों ने कांग्रेस की सदस्यता ली है ?
4- नक्सलियों के साथ पकड़ा गया कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं पकड़ा गया ?
5- इतने संवेदनशील विषय पर मुख्यमंत्री ने अभी तक किसी प्रकार की जाँच की घोषणा क्यों नहीं की ?