Raipur। कोयला चोरी के मसले पर वायरल हुए वीडियो को लेकर विशेष जांच टीम गठित हो चुकी है,लेकिन अब यह मसला सियासती भी हो चला है, भूपेश बघेल सरकार राज्य में सीबीआई का प्रवेश सत्ता हासिल करने के कुछ ही महिनों के भीतर रोक चुकी है, लेकिन अब बीजेपी ने इस मसले को गैंग्स ऑफ वसेपुर के समतुल्य बताते हुए पूरे मामले में सीबीआई जाँच की माँग की है। लेकिन सीबीआई जाँच की माँग को सीएम बघेल ने यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया है कि, राज्य की एजेंसियाँ सक्षम हैं।
सीबीआई जाँच की माँग
बीजेपी इस मसले को लेकर पूरी तरह आक्रामक है। केजीएफ की तर्ज़ पर कोयले की चोरी के वायरल वीडियो को आईएएस से बीजेपी के नेता बने ओ पी चौधरी ने कल शेयर किया था, और सीधे सरकार पर सवाल खड़े किए थे। बीजेपी इस मामले को लेकर यह मान रही है कि यह मसला स्थानीय नहीं बल्कि अंतर्राज्यीय गिरोह से जुड़ा है जो प्रदेश के कोयले को इसी अंदाज में इकट्ठा कर पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश,उड़ीसा,मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में खपा रहे हैं। बीजेपी इस मामले में सरकार की नियत पर ही सवाल उठाते हुए राज्य की एजेंसी से जांच की बजाय सीबीआई से जांच की माँग कर रही है।बीजेपी की ओर से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बयान जारी कर कहा है
“वायरल वीडियो में हज़ारों लोग अवैध उत्खनन करते दिख रहे हैं,इससे साफ़ है कि अंतर्राज्यीय गिरोह काम कर रहे हैं।जाँच को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर नहीं है क्योंकि प्रदेश सरकार के ही संरक्षण में कोयले की चोरी हो रही है।इसकी सीबीआई से जाँच होनी चाहिए”
सीबीआई जांच पर बोले सीएम बघेल
इस मामले को लेकर जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से यह सवाल हुआ कि, कोयला चोरी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिस पर बीजेपी की ओर से सीबीआई जांच की माँग हुई है तो सीएम बघेल ने कहा
“मैंने वह वीडियो नहीं देखा है, देख लूँगा.. जहां तक सीबीआई जाँच का मसला है तो हमारे राज्य की एजेंसी पूरी तरह सक्षम है”
बीजेपी की कवायद सरकार के लिए वीडियाे असहज स्थिति का सबब बने
यह मामला जल्द थमता नहीं दिख रहा है।लगता है कि, इस मसले में राज्य सरकार के लिए स्थिति असहज बने इसके लिए बीजेपी कोई कमी बाक़ी नहीं रखेगी। बीजेपी समेत विपक्ष विधानसभा के भीतर और बाहर प्रदेश में ट्रांसपोर्टिंग पर 25 रुपए प्रति टन की वसूली का आरोप लगाता रहा है।यह मसला कोयले की ट्रांसपोर्टिंग पर ज़्यादा उछलता रहा है, साथ ही छत्तीसगढ़ के जिस इलाक़े का ज़िक्र इस 25 रुपए प्रति टन के खुली अवैध वसूली के रुप में किया जाता है उसका भी केंद्र अप्रत्यक्ष रूप से विपक्ष ने कोरबा ही बताया और प्रचारित किया है। हालिया दिनाें सरगुजा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का अंबिकापुर में प्रेस को इस मसले पर दिया बयान खासा चर्चित रहा था। अब जबकि कोयले की तस्करी का वायरल वीडियो सामने आया है और उसे भी कोरबा के ही दीपिका खदान का बताया जा रहा है,तो बीजेपी इसे लेकर और आक्रामक है। हालांकि सदन के भीतर 25 रूपए प्रति टन की अवैध उगाही के आरोपों को खारिज करते हुए सीएम बघेल यह कह चुके हैं कि,इस तरह के आरोप लगाने से बेहतर प्रमाण सहित शिकायत दें,सरकार कार्यवाही करेगी,लेकिन केवल आरोप लगाने के लिए आरोप लगा दिए जाएं यह सही नही है।