Bilaspur: बोरवेल में 104 घंटे चले लंबे संघर्ष के बाद राहुल साहू का इलाज अब बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में जारी है। सघन रेस्क्यू ऑपरेशन, अपनी हिम्मत और लोगों की दुआओं की बदौलत राहुल साहू बोरवेल में 104 घंटे रहने के बावजूद सकुशल बाहर आ गया। एक कड़ा इम्तिहान वो पास कर चुका है लेकिन एक चुनौती अब भी बाकी है। स्वस्थ रहने के लिए राहुल साहू को अभी और भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है नई चुनौती?
बिलासपुर के अपोलो अस्पताल ने बोरवेल से निकाल गए राहुल साहू का मेडिकल बुलेटिन जारी किया है। मेडिकल बुलेटिन में दी गई जानकारी चौंकाने वाली है। और ये जाहिर करती है कि राहुल साहू को अब भी दुआओं की जरूरत है। दरअसल बोरवेल में इतनी देर फंसे रहने की वजह से राहुल साहू को बैक्टीरियल इंफेक्शन हो गया है। इस संक्रमण की गंभीरता समझने के लिए फिलहाल डॉक्टर्स कल्चर रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। राहुल साहू के इलाज के लिए डॉक्टर्स दूसरे एक्सपर्ट से भी लगातार सलाह ले रहे हैं। कम से कम 72 घंटे बाद ये समझ आ सकेगा कि राहुल साहू की स्थिति क्या है और वो कितने खतरे में है। अस्पताल के डॉक्टर्स के मुताबिक राहुल साहू को फिलहाल पूरी तरह खतरे से बाहर नहीं कहा जा सकता।
राहुल पर बनेगी फिल्म!
राहुल साहू के जज्बे और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे अमले का काम देखकर अब उस पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का भी विचार है। सीएम ने भी रेस्क्यू टीम के सभी सदस्यों का सम्मान किया है। टीम की लगन और मेहनत की तारीफ भी सीएम भूपेश बघेल ने की है। उन्होंने कहा कि ये ऑपरेशन बहुत मुश्किल और बाधाओं से भरा था। लेकिन रेस्क्यू दल में शामिल किसी सदस्य ने हिम्मत नहीं हारी। इतना ही नहीं राहुल साहू की पढ़ाई लिखाई और इलाज का खर्च भी सरकार ही उठा रही। सीएम भूपेश बघेल ने राज्योत्सव में राहुल साहू का रेस्क्यू करने वाली टीम के सम्मान का भी ऐलान किया है।