Sukma। बस्तर साासद दीपक बैज की सुरक्षा में गंभीर चूक का मामला सामने आया है। सांसद दीपक बैज को जेड प्लस सुरक्षा हासिल है,उनके साथ में एक फॉलो एक पायलट और बुलेट प्रूफ नियमित तौर पर मौजूद रहती है, लेकिन जिलाें में दाैरे के समय जिला पुलिस पृथक से फॉलो वाहन,पायलट मुहैया कराते हैं, लेकिन कल शाम जबकि वे सीएम बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में शामिल होने दंतेवाड़ा से सुकमा जा रहे थे,तो सुकमा जिला पुलिस की ओर से फॉलो पायलट नहीं था। नक्सल प्रभावित इलाकों में व्हीआईपी मूव्हमेंट के ठीक पहले आरओपी याने रोड ओपनिंग पार्टी लगाई जाती है,यह रोड ओपनिंग पार्टी जिस रास्ते से व्हीआईपी का दौरा होता है,उस रास्ते और उसके दोनाें छोर पर गहन सर्चिंग करती है।लेकिन सुकमा सीमा पर आरओपी भी नहीं लगाई गई थी। सांसद दीपक बैज ने सुकमा पहुंच कर इस गंभीर चूक पर सख्त नाराजगी जाहिर की है।
सीएम बघेल और डीजीपी से लिखित शिकायत करेंगे सांसद बैज
सीएम बघेल का राज्यव्यापी भेंट मुलाकात का कार्यक्रम आज से सुकमा में शुरू हो रहा है,सांसद दीपक बैज इसी कार्यक्रम में शामिल होने कल शाम करीब सात बजे सुकमा पहुंचे हैं। सांसद दीपक बैज का काफिला जबकि दंतेवाड़ा से सुकमा जा रहे थे,तब दंतेवाड़ा की सीमा याने बूतारास तक सांसद दीपक बैज को सुरक्षा मिली हुई थी,लेकिन उसके बाद सुकमा तक का करीब पैंतीस मिनट का सफर सांसद दीपक बैज ने जिले से मिलने वाली आरओपी पायलट फॉलो के बगैर तय किया,हालांकि इस दौरान उनके साथ स्थाई रूप से चलने वाला काफिला जिसमें बुलेटप्रूफ गाड़ी फॉलो और पायलट होता है,वह मौजूद था। सांसद दीपक बैज ने द सूत्र से कहा
मुझे ना रोड ओपनिंग पार्टी दिखी, ना ही फॉलो वाहन था और ना पायलट। हमने अपने कई नेताओं को बस्तर में खाेया है,मसला यही सूरक्षा चूक थी,एक बार फिर वही हुआ है। अब से कुछ देर बाद मुख्यमंत्री बघेल आ रहे हैं,उनसे लिखित शिकायत करूंगा, डीजीपी को भी शिकायत करूंगा।करीब तीस किलोमीटर का सफर जिले के पायलट फॉलो और आरओपी की गैर मौजूदगी में किया है।
आईजी बोले मामला गंभीर, दोषी पर कार्यवाही होगी
आईजी पी सुंदरराज ने बस्तर सांसद दीपक बैज की सुरक्षा में चूक को लेकर मामला गंभीर माना है, और मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। आईजी पी सुंदराज ने कहा
सासंद बैज के सुरक्षा मसले में चूक को लेकर मसला सामने आया है, यह बेहद गंभीर मसला है, मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं, जो भी दोषी होगा कार्यवाही होगी। संवदेनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्राें में इस तरह की चूक को स्वीकार नही किया जा सकता। सांसद बैज के साथ नियमित तौर पर मौजुद रहने वाली सुरक्षा मुहैया थी, लेकिन जिले से जो अतिरिक्त बल और व्यवस्था होनी थी,वह क्याें नही हुई,और दोषी कौन है जांच में स्पष्ट हो जाएगा।