Raipur। सोलह मई याने कल बीजेपी वह जेल भरो आंदोलन करेगी जिसकी क़वायद बीते क़रीब पखवाड़े भर से जारी थी। इस प्रदर्शन के मायने बीजेपी के लिए बस इस रुप में नहीं है कि प्रदर्शन के अधिकार को निर्बाध बनाए रखने के लिए आंदोलन करना है, इसके मायने यह भी हैं कि,यह छत्तीसगढ़ बीजेपी के इस आंदोलन को केंद्रीय नेतृत्व “लिटमस टेस्ट” की तरह है। केंद्रीय नेतृत्व यह देखेगा कि इस जेल भरो आंदोलन को प्रदेश भाजपा कितनी सफलता से विस्तार दे पाई और कितना प्रभावी यह जेल भरो आंदोलन रहा।
बीजेपी ने झोंकी ताकत
ऐसा नहीं है कि यह पहली और अंतिम परीक्षा है, छत्तीसगढ़ बीजेपी को अभी केंद्रीय नेतृत्व के सामने कई टेस्ट से गुजरना है। क़रीब सोलह सत्रह महिने बाद चुनाव हैं और दिल्ली में मौजुद बीजेपी की सेंट्रल टीम किसी स्तर पर कोई चूक ना हो इसे लेकर स्वाभाविक रुप से कड़ी नज़र रखे हुए है।बीजेपी ने जो जेल भरो आंदोलन की रुपरेखा मीडिया को जारी की है, उसमें भी यह साफ़ दिख रहा है कि, इस आंदोलन को लेकर, इसकी सफलता को लेकर छत्तीसगढ़ भाजपा किस कदर सतर्क है। बीजेपी ने हर ज़िला मुख्यालयों में अधिकतम संख्या के साथ सड़क पर उतरने की रीति नीति तय कर दी है।जशपुर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु देव साय,डॉ रमन सिंह राजनांदगाँव में,धरमलाल कौशिक बिलासपुर में,सांसद विजय बघेल पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय और राज्यसभा सदस्य सरोज पांडेय दुर्ग में,धमतरी में अजय चंद्राकर,बस्तर में केदार कश्यप, रायपुर में बृजमोहन अग्रवाल,कवर्धा में सासंद संतोष पांडेय,सरगुजा में कमलभान सिंह जांजगीर चाँपा में नारायण चंदेल सौरभ सिंह इस आंदोलन में ज़िलाध्यक्षों के साथ मौजुद रहेंगे।
सीएम हाउस घेराव की भी तैयारी
बीजेपी मीडिया सेल ने बताया है कि हर ज़िले में ज़िलाध्यक्ष के साथ सांसद पूर्व सांसद विधायक पूर्व विधायक सभी इस आंदोलन में शामिल होंगे।राजधानी में बीजेपी ने जो घोषित कार्यक्रम जेल भरो आंदोलन के लिए बनाया है उसमें मुख्यमंत्री निवास घेराव कार्यक्रम है।बीजेपी सीएम हाउस घेरने के लिए चार जगहों से बढ़ेगी, ये चार जगह हैं तेलीबांधा चौक,आज़ाद चौक,फाफाडीह चौक और कालीबाड़ी चौक।