Raipur। विभाजन विभीषिका के मसले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सावरकर और संघ और अखंड भारत के नक़्शे पर किए गए तीखे आक्षेप पर बीजेपी की ओर से सवालों के क़तार खड़े हो गए हैं। कल विभाजन विभीषिका को स्मृति में रखते हुए बीजेपी ने देशभर में कार्यक्रम किए थे। इन कार्यक्रमों में दर्ज इतिहास के ज़रिए कांग्रेस को विभाजन के लिए जवाबदेह बताया गया था, इससे जुड़ा सवाल जबकि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मुखिया भूपेश बघेल से हुआ तो उन्होंने सावरकर को द्वि राष्ट्र सिद्धांत का प्रतिपादक बताते हुए यह भी कहा कि, श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने वायसराय को पत्र लिखा था कि, अंग्रेज देश छोड़कर मत जाएं।मुख्यमंत्री बघेल ने अखंड भारत के नक़्शे को लेकर भी सवाल खड़े किए।इन तीखे आक्षेपों पर बीजेपी ने सवालों की फ़ेहरिस्त जारी की है। और उनमें एक सवाल बीजेपी का यह भी है कि,जब देश का बँटवारा हो रहा था तो बँटवारे की टेबल पर हमारी विचारधारा का कौन बैठा था, उसका नाम बता दें और कांग्रेस से कौन कौन व्यक्ति बैठे थे ये भी बता दें।
क्या कहा था मुख्यमंत्री बघेल ने
संघ, अखंड भारत का नक़्शा, देश का विभाजन इन मसलों पर सीएम बघेल ने क्रमवार तरीक़े से कुछ यूँ कहा
“जिन्ना ने जो स्वीकार किया,वो दो राष्ट्र का सिद्धांत सावरकर ने प्रस्तावित किया और उसका समर्थन जिन्ना ने किया।विभाजनकारी तो ये लोग हैं।देश की आज़ादी में इनकी क्या भूमिका रही है। 1942 में इन लोगों ने कह दिया कि, आंदोलन में शामिल नहीं होना है, कैसे दबाया
जाए।श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी वायसराय को चिट्ठी लिखते हैं कि, अंग्रेज जाएँ ही मत। ये लोग अब भी अंग्रेजों की आलोचना नहीं करते, ये गांधी की आलोचना करते हैं। अंग्रेजों के खिलाफ एक शब्द भी बयान दिए हों तो बताइए।”
सीएम बघेल ने आगे कहा
“भारतीय जनता पार्टी से मेरा सवाल है,संघ के कार्यालय में जो हिंदू राष्ट्र का जो नक़्शा है, उसमें कौन कौन से देश शामिल हैं। पाकिस्तान है, अफ़ग़ानिस्तान है और पड़ोसी देश भी है उसमें हैं।एक तरफ़ तो ये नक़्शा लगाते हैं अखंड भारत का, दूसरी तरफ़ ये कहते हैं कि मुसलमानों को पाकिस्तान भेज दिया जाए। मुसलमानों को कहते हैं पाकिस्तान चले जाओ और वहीं उसको अखंड भारत में मिलाने की बात होती है। ये गोरखधंधा क्यों कर रहे हैं। आप अखंड राष्ट्र अखंड भारत बनाना चाहते हैं तो वो तो यहीं आ जाएगा और आज इतनी जनसंख्या है मुसलमानों की, उससे कई गुना बढ़ जाएगा। फिर तुम्हारे अखंड भारत का क्या हुआ। ये गुमराह करने का षड्यंत्र, गुमराह करने का काम करते हैं।”
क्या बोली भाजपा
बीजेपी के विधायक और प्रमुख प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने सिलसिलेवार दो तथ्य बताए हैं और दो सवाल मुख्यमंत्री बघेल से किए हैं। ये चारों ही तथ्य और प्रश्न कांग्रेस की स्थापना से लेकर देश की आज़ादी में बलिदान और विभाजन पर केंद्रित हैं। अजय चंद्राकर ने कहा है
“1857 की तरह क्रांति ना हो, वार्ता का कोई मंच मौजूद रहे इसलिए अंग्रेज ए ओ ह्यूम ने इसकी स्थापना की थी।इस संगठन के पीछे देश की स्वतंत्रता का कोई लेना देना नहीं है। पट्टाभि सीता रमैया ने कांग्रेस का इतिहास की जो भूमिका लिखी है उसमें स्वायत्त राज्य याने डोमिनियन स्टेट की माँग है, पूर्ण स्वतंत्रता की बात तो लिखी ही नहीं है।
अजय चंद्राकर ने मुख्यमंत्री बघेल से पूछा है
“लाला लाजपत राय जिन्होंने सायमन कमीशन के विरोध में बलिदान दिया उनके अतिरिक्त कांग्रेस के किस और बड़े नेता ने स्वाधीनता आंदोलन में बलिदान दिया है या वीर सावरकर के स्तर का योगदान दिया है।”
इसके बाद बीजेपी इस वरिष्ठ विधायक और मुख्य प्रवक्ता का सवाल है
“जब देश का बँटवारा हो रहा था तो बँटवारे की टेबल पर कौन हमारी विचारधारा का व्यक्ति बैठा था। उसका नाम बताने का कष्ट करें और कांग्रेस के कौन कौन व्यक्ति बैठे थे ये भी बताने का कष्ट करें।”