Raipur. महात्मा गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम बघेल ने उस परंपरा पर करारा तंज किया जिसमें गांधी का नाम तो लेते हैं लेकिन उनके बताए रास्तों पर नहीं चलते। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा
“यह भी तरीक़ा है कि..जिसकी राह पर ना चलना हो, उसकी मूर्ति बनाकर चौक में लगाकर प्रणाम कर लो..लेकिन हम गांधी जी के मार्ग पर चल रहे हैं.. गांधी जी का मूल मंत्र है श्रम का सम्मान.. और वो हम कर रहे हैं”
गाय माता है लेकिन ..
सीएम बघेल ने क़रीब पच्चीस मिनट के उद्बोधन में वोट की राजनीति के स्तर का ज़िक्र करते हुए बग़ैर किसी दल का नाम लिए निशाना साधते हुए कहा
“गउ माता है..जीवित रहते तक दूध देती है.. मरने पर भी उपयोगी होती है.. वो माँ है.. लेकिन कुछ लोगों के लिए देश में वोट देने का काम करती है..”
गांधी के विचार क्रियान्वित कर रही है सरकार
सीएम बघेल ने इस मौक़े पर राज्य सरकार की योजनाओं का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि, गांधी जी के विचार उनकी सोच को राज्य सरकार क्रियान्वित कर रही है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा
“गोबर योजना क्या है.. किसान न्याय योजना.. श्रमिक न्याय योजना ये सब श्रम का सम्मान है..गांधीजी ने सदैव श्रम के सम्मान की बात कही और राज्य सरकार सदैव यही कर रही है”
युवा गूगल आंटी से मिलें पर व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से बचें
सीएम बघेल ने युवाओं को लक्ष्य करके गांधी के व्यक्तव्य के हवाले से अपेक्षा की है कि, वे मेहनत करें, स्वावलंबी बनें। तकनीक का इस्तेमाल करें लेकिन ग़लत और भ्रामक जानकारी से बचें।सीएम बघेल ने कहा
“हमेशा याद रखना,एक टन ज्ञान और एक छंटाक अनुभव में, अनुभव ज्ञान पर भारी पड़ता है।आप युवा हमारी ताक़त हैं,युवा ऊर्जा को दिशा देने की जरुरत है।जानकारी लीजिए गूगल आंटी सब जानकारी देती है, लेकिन व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी ख़तरनाक है, इससे बचिए।पूरा आसमान आपका है पर ज़मीन मत छोड़िए। श्रम और समय का प्रबंधन करिए।