CM बघेल को बुजुर्ग महिला का मिला आशीर्वाद,गडबडी पर निपटे EE राम, सस्पेंड हुए

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Yagyawalkya Mishra
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CM बघेल को बुजुर्ग महिला का मिला आशीर्वाद,गडबडी पर निपटे EE राम, सस्पेंड हुए

Balrampur-Ramanujganj। राज्य की 90 विधानसभाओं की यात्रा पर निकले सीएम बघेल ने यात्रा के दूसरे दिन बलरामपुर रामानुजगंज विधानसभा के सनावल मे ग्रामीणाें से संवाद के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बन रहे कन्हर नदी के अमवार बांध के लिए प्रदेश के किसानों की जमीनाें के अधि्ग्रहण को लेकर यूपी सरकार द्वारा राशि दिए जाने के बावजूद भुगतान ना होने की शिकायत मिलने पर मौके से ही सिंचाई विभाग के कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम को निलंबित कर दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बन रहे इस बांध के मुआवजे और प्रभावित इलाके को लेकर लंबे समय से विवाद रहा है।

















विरोध और संघर्ष का इतिहास





  यू पी के साेनभद्र जिले के अमवार में बनने वाले इस बांध को लेकर विरोध के सुर काफी बुलंद रहे हैं,कुछ बरस पहले यूपी पुलिस और ग्रामीणाें के बीच हिंसक संघर्ष भी हो चुका है। हालांकि इस संघर्ष में ग्रामीण यूपी के अमवार के थे। इस बांध के डूबान क्षेत्र को लेकर छत्तीसगढ़ में विराेध रहा है। दो राज्याें के बीच के इस परियाेजना में बांध जिस कन्हर नदी पर बन रहा है, उसका उद्गम छत्तीसगढ़ है,यह कन्हर नदी जशपुर के सन्ना इलाके से निकल कर उत्तर प्रदेश और झारखंड से छत्तीसगढ़ की सीमा को विभाजित करते हुए बहती है। उत्तर प्रदेश सरकार जिस अमवार में बांध को बना रही है,उसे लेकर छत्तीसगढ़ के उस सरहदी इलाके में घाेषित रूप से छ गांव प्रभावित हो रहे है,हालांकि उत्तर प्रदेश से सटे छत्तीसगढ़ इस इलाके में ग्रामीणाें की आशंका ज्यादा की है।सरकारी आंकड़े के अनुसार डूबान क्षेत्र  360 हेक्टेयर का है,जिसमें से 191 हेक्टेयर जंगल की जमीन है। इस मामले में एक खबर यह भी है कि,जिन ग्रामीणाें को लेकर जमीन का मुआवजा दिया जाना है,उनके पट्टे की वैधानिकता को लेकर प्रश्न उठते रहे हैं।

















वन विभाग से क्लियरेंस नही





  अमवार या कि कन्हर बांध के नाम से पहचाने जाने वाले इस बांध को अब तक पूरा नही किया जा सका है। यह परियाेजना सबसे पहले 1976 में आई थी,तब इसकी लागत 30 करोड रूपए थी।लगातार गतिरोध के बाद इस परियाेजना को बंद कर दिया गया,यह परियाेजना चार दिसंबर 2014 को फिर शुरू की गई,तब इसे 2018 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था,इस वक्त यह 2239 करोड की परियाेजना है जिसमें से करीब दो हजार कराेड खर्च हो चुके हैं। अब भी सूचना यह है कि, इस परियाेजना को छत्तीसगढ वन विभाग ने पर्यावरणीय स्वीकृति नही दी है।





















 निलंबन आदेश के साथ सीएम बघेल का ट्वीट





   सीएम बघेल के सनावल दौर के दौरान ग्रामीणाें ने इसी कन्हर बांध के मुआवजे को ना मिलने की शिकायत की थी,जिस पर नाराज मुख्यमंत्री बघेल ने मौके पर ही सिंचाई विभाग के कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम को निलंबित कर दिया। उमाशंकर राम के निलंबन आदेश के साथ सीएम बघेल ने ट्वीट पर लिखा





  कार्यपालन अभियंता निलंबित,भू−अर्जन प्रकरणों में लापरवाही की जनता ने शिकायत की थी,यह नवा छत्तीसगढ़ है,यहां जनता ही जनार्दन है













खेल लंबा है





  इस मामले में कार्यवाही के केंद्र में आए कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम पहले भी विवादित और अप्रिय कारणाें से चर्चाओं में रहे हैं। कन्हर की यह परियाेजना छत्तीसगढ़ के सरहदी इलाके बलरामपुर रामानुजगंज की है,यहां सिंचाई विभाग का ऑफिस है, लेकिन जबकि भू अर्जन राशि के भुगतान का मसला आया, तो एजेंसी रामानुजगंज से करीब डेढ साै किलोमीटर दूर बैकुंठपुर कार्यालय को बनाया गया,यह तब ही हुआ जबकि उमाशंकर राम  तब बैकुठपुर में पदस्थ थे।हालिया दिनों में इसी भू अर्जन का मामला फिर सामने आया जबकि,मौजुदा समय में बैकुंठपुर के कार्यपालन अभियंता एस के दुबे को अधीक्षण अभियंता ने पत्र भेजकर यह सवाल किया है कि,कन्हर परियाेजना के डूब प्रभावित के लिए भू अर्जन की राशि जो करीब 1655 लाख है, वह अन्य मदों में व्यय की गई प्रतीत होती है, यह कैसे हुआ, इसे स्पष्ट करें।









  सीएम बघेल पहुंचे डौरा,सनावल और आरागाही





   सीएम बघेल आज रामानुजगंज विधानसभा के डौरा, सनावल और आरागाही पहुंचे जहां उन्होने ग्रामीणाें से मुलाकात संवाद किया।इस दौरान सीएम बघेल ने डौरा में स्वामी आत्मानंद स्कुल,रनहत में कॉलेज की घाेषणा की। इस दाैरान ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए सीएम बघेल ने मौके पर ही चार लाख रूपए स्वीकृत किए,महिला रीना विश्वास अपने बच्चे के उपचार के लिए परेशान थी।महिला की तत्काल मदद के लिए आवेदन मंत्री शिव डहरिया ने लिखा।वहीं आरागाही में दृष्टिहीन बच्चाें के इलाज के निर्देश दिए।अवनी बाई नाम की महिला ने रोते हुए सीएम बघेल से मदद मांगी थी। मुख्यमंत्री बघेल ने उपचार के निर्देश देते हुए आश्वस्त किया कि,जरूरत हुइ तो बडे अस्पताल में उपचार कराएंगे।









जब कबिलासो ने सीएम बघेल से कहा तोला आशीर्वाद देत हों





  डौरा में जबकि सीएम बघेल पहुंचे तो उनसे कबिलासाे बाई ने कहा कि,राशन कार्ड बनवाने की मांग रखी,सीएम बघेल ने डौरा निकलने के पहले मौके पर ही राशन कार्ड बनवा कर दे दिया। सीएम बघेल ने राशन कार्ड कबिलासाे के हाथ में देकर पूछा,अब तो खुश हो दाई, इस पर भावुक कबिलासाे ने दोनों हाथ उठाए और मुख्यमंत्री बघेल के सर पर रखकर कहा − तोला आशीर्वाद देत हाें,तैं बहुत बने हस,मोर काम तुरत हो गिस,अइसने काम करत रह।



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