Raipur। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दौरे का तीसरा दिन समाप्त हो गया है, पहले दिन सामरी विधानसभा तो अगले दिन बलरामपुर विधानसभा और फिर आज प्रतापपुर विधानसभा के तीन अलग अलग इलाकों में सीएम बघेल पहुंचे। तीनाें ही विधानसभाओं के दौरे में पहली विधानसभा के दौरे में नगर पंचायत के सीएमओ,दूसरी विधानसभा के दौरे में सिंचाई विभाग के ई ई,तो तीसरी विधानसभा के दौरे में एक पटवारी,एक डीफओ,एक रेंजर सस्पेंड हो चुके हैं। ग्रामीणाें से संवाद के दौरान सीएम बघेल को समस्या या शिकायत मिली या कि अधिकारी के नाम से मिली तो उसे मौके पर ही मुख्यमंत्री बघेल का कोप भाजन बनना पड़ा।
फैसला ऑन दि स्पॉट
सीएम बघेल के ट्वीटर हैंडल पर इन कार्यवाहियाें की जानकारी के साथ लिखे गए कैप्शन यह स्थापित करते हैं कि, सीएम बघेल कम से कम इस दौरे में तो बख्शने के मानस में नही है। मुख्यमंत्री बघेल रघुनाथनगर में थे तो ग्रामीणों में किसी ने शिकायत कर दी कि,पटवारी पैसा लेते हैं,सीएम बघेल ने उसे निलंबित किया और ट्वीट पर लिखा − कोई भी पटवारी तंग करे तुरंत बताना,फैसला ऑन दि स्पॉट होगा,जबकि गोविंदपुर में सीएम बघेल पहुंचे और गौठान निर्माण में लापरवाही पाई गई तोवर्तमान डीफओ,पूर्व डीफओ और रेंंजर को मौके पर निलंबित किया, और उस मसले को लेकर सीएम बघेल के ट्वीटर हैंडल पर लिखा गया− सरकार की सभी याेजनाएं आम आदमी के लिए हैं,यदि किसी भी याेजना को कम आंकेगे,तो कार्रवाई निश्चित है।
लेकिन यहां भाजपा ने पूछा सवाल
अपने इन्ही दौरों में सीएम बघेल सामरी विधानसभा के कुसमी में स्वामी आत्मानंद स्कूल गए, जहां बच्चों से फिटनेस को लेकर उनका संवाद हुआ। सीएम बघेल आज रघुनाथनगर के स्कूल पहुंचे जहां बच्चियाें के साथ पिट्ठूल खेलते हुए दिखे तो कक्षा दूसरी में एक बच्ची के द्वारा इच्छा जताए जाने पर उस बच्ची को उसकी स्कूल की सहेलियाें समेत चॉपर में घुमाया भी गया। दरअसल सीएम बघेल ने इसी विधानसभा दौरे में यह घाेषणा की है कि,दसवीं बारहवीं परीक्षा में जिले में टॉप आने पर सरकार चॉपर में घुमाएगी,रघुनाथनगर की कक्षा दूसरी की बच्ची ने इसी मसले पर कह दिया कि, दसवीं तो बहुत दूर है,मुझे अभी घूमना है,और इस पर सीएम बघेल ने मुस्कुराते हुए कहा बिलकुल आपको अभी घुमाएंगे। स्वामी आत्मानंद स्कूल सीएम बघेल का वह ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे प्रदेश में जनता ने बेहद पसंद किया है, इस सरकारी स्कूल में शिक्षा का वह जतन और सम्हाल है कि, हर स्कूल में सीट सीमित है लेकिन आवेदन हजारों आ गए हैं। सीएम बघेल ने वह आदर्श अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल की संकल्पना की जिसे देखकर प्रायवेट स्कूलाें की ओर लगने वाली दौड़ सरकारी अंग्रेजी स्कूलाें की ओर आ जाए, बिलाशक पालकों की रूचियां और प्रवेश के लिए आवेदनों की मोटी फाईल यह साबित करती है कि, स्वामी आत्मानंद प्रोजेक्ट किस कदर सूपर हिट हो गया है। हालिया दिनों में भूपेश सरकार हिंदी माध्यम में भी स्वामी आत्मानंद स्कूल खाेलने जा रही है।
लेकिन 90 विधानसभा के दौरे के प्रथम चरण में तीन दिनाें के भीतर दो आत्मानंद स्कूलाें में पहुंच कर यूनिफॉर्म में मौजुद बच्चाें से आत्मीय संवाद की झलकियाें के बीच भाजपा ने एक सवाल किया है और सवाल यह है कि, जबकि समूचे राज्य में सरकार ने गर्मी की छुट्टी 24 अप्रैल से घाेषित है, तो स्कूल खुले और बच्चे युनिफॉर्म में कैसे मिल रहे हैं। बीजेपी के किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने फेसबुक पर इस सवाल को मुख्यमंत्री बघेल से किया है। गौरीशंकर श्रीवास ने बच्चों से मुलाकात करते और संवाद करते सीएम बघेल के ट्वीट के स्क्रीन शॉट के साथ यह लिखा है
आदरणीय मुख्यमंत्री जी,आपके स्नेहिल अंदाज का मुरीद हो गया मैं,लेकिन एक जिज्ञासा है,प्रदेश में स्कुल छुट्टी तो 24/4/2022 से घाेषित है, आपको स्कूल खुले और बच्चे यूनिफॉर्म में मौजुद कैसे मिल रहे हैं ? फैसला ऑन दि स्पॉट इस पर भी करेंगे न.... सादर
इस मसले को लेकर राज्य सरकार से द सूत्र ने संपर्क किया तो जवाब आया
यह केवल आत्मानंद स्कुलाें की व्यवस्था को देखने का विषय है,सीएम बघेल का बेहद लगाव है बच्चों से इसलिए कुछ बच्चाें को बुला लिया जाता है, सभी को नही बुलाया जाता,वे बच्चे जो पास के हों और सुविधा से आ सकें केवल उन्हे ही बुलाया जाता है।शिक्षकाें को भी इसलिए ही बुलाया जाता है। मुख्यमंत्री जी यह समझना चाह रहे हैं कि, दूरस्थ इलाकों में सरकार की यह याेजना किस तरह संचालित हो रही है,वे बच्चाें से संवाद करते हैं ताकि यह समझ सकें कि, और क्या बेहतर किए जाने की संभावनाएं है या कि, जो व्यवस्था अभी है उसमें कहीं कोई दिक्कत तो नही है। यह प्रतीकात्मक है।