JANJGIR CHAMPA: चंद्रपुर से कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव (congress mla ram kumar yadav) नागपंचमी पर एक अलग ही अंदाज में दिखाई दिए। इस बार उन्होंने नगमत की मंडली जमाई। ये छत्तीसगढ़ की एक पुरानी लोकगीत परंपरा है। सड़क किनारे बैठकर विधायक ने 'गदबिद गदबिद घोड़ा कुदावय, पहिने पिउरा धोती' गाना शुरु किया तो लोगों ने भी नाग-नागिन बनकर नाचना शुरू कर दिया। चंद्रपुर में ही नागपंचमी के अवसर पर एक छोटे से मेले का आयोजन किया गया था। स्थानीय विधायक रामकुमार यादव भी उसमें शिरकत करने के लिए गए थे। जहां इस पारंपरिक गीत को गाने से वो खुद को रोक नहीं पाए।
नाग-नागिन बने युवक
विधायक को पारंपरिक लोक गीत गाते देख लोग भी वहां जमा होने लगे। लोकगीत सुन दो युवकों ने नाग-नागिन के रूप में सड़क पर ही नाचना भी शुरू कर दिया। इसके बाद तो धीरे धीरे वहां और भी लोग जमा होने लगे और इस पुराने भूले बिसरे गीत पर सुर से सुर मिलाने में पीछे नहीं रहे।
क्या है नगमत गीत?
छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा में नगमत बहुत पुराना और बहुत महत्व रखने वाला गीत है। नागपंचमी को गाए जाने वाला ये लोक गीत को गुरू की प्रशंसा में गाया जाता है। साथ ही नागदेवता का पूजन भी होता है साथ ही इस गीत के जरिए गांववासी नाग दंश से सुरक्षा की गुहार भी लगाते हैं। गीत का अर्थ है कि ग्राम देवता यानी ठाकुर देवता सब पर प्रसन्न हों। हालांकि ये गीत अब छत्तीसगढ़ की परंपरा से विलुप्त हो रहा है।