RAIPUR. छत्तीसगढ़ भाजपा में प्रदेश स्तर पर हुए बदलाव के बाद अब जिलास्तर पर बदलाव शुरू हो गए हैं। गंगरेल रिजॉर्ट में हुई बैठक में निर्णय हुआ है कि बीजेपी छत्तीसगढ़ के 13 जिलों के जिला अध्यक्षों को बदलगी। इनमें बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, बस्तर और सरगुजा संभाग के जिले शामिल हैं। वहीं नवगठित जिलों में भी टीम नए सिरे से और मजबूती से खड़ी करने पर बात की गई है। इसका असर जल्द ही दिखेगा।
बता दें कि भाजपा की कोर ग्रुप की संकल्प शिविर नाम से हुई इस बैठक में अनेक रणनीतियों पर चर्चा की गई। इस दौरान पदाधिकारियों ने अलग-अलग विषयों पर बात की। सबसे अहम विषय जिला अध्यक्षों के चयन को लेकर रहा। इसमें लंबी बात हुई। अंत में केंद्रीय नेतृत्व की ओर से दिए गए कुछ बिंदुओं को भी बताया गया।
मंडल अध्यक्ष की आयु 35 वर्ष अधिकतम
इसमें कई जिला अध्यक्षों के निष्क्रिय होने का जिक्र था। बैठक में शामिल पदाधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि जिलों में जिला अध्यक्ष किसी एक पूर्व मंत्री, नेता का आदमी नहीं होना चाहिए। एक स्वच्छ छवि के मेहनती आदमी को जिला अध्यक्ष बनाना होगा। बैठक में तय किया गया कि मंडल अध्यक्ष की आयु 35 वर्ष तक रखी जाए। जबकि जिला अध्यक्ष की आयु 50 से 60 वर्ष के अंदर होना चाहिए। अधिक उम्रदराज के लोगों को जिले की कमान नहीं दी जाएगी। इस दौरान जिला अध्यक्षों को बदले जाने की बात को पीछे रखने पर भी बात हुई। बैठक में शामिल कुछ सदस्यों का कहना था कि हटाने का संदेश कई बार बगावत में भी बदलता है। इसलिए किसी का मनोबल तोड़ने की बजाए हटाने के लिए प्रस्तावित जिला अध्यक्षों को किसी दूसरी भूमिका में तुरंत लगाना चाहिए। साथ ही मीडिया में महामंत्रियों के प्रमोशन का समाचार बड़ा होना चाहिए।
इन जिलों के अध्यक्ष बदले जाएंगे
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 15 जिला अध्यक्षों में से 8 जिलों में जिला महामंत्रियों को जिला अध्यक्ष बनाने पर बात हुई है। वहीं बिलासपुर, रायपुर, सूरजपुर, बस्तर, कोंडागांव, दुर्ग, धमतरी, महासमुंद, जशपुर, रायगढ़, कोरबा, जीपीएम, दंतेवाड़ा, कवर्धा, गरियाबंद के जिला अध्यक्षों को बदला जा सकता है।
मूणत, अमर अग्रवाल समेत कई नेताओं को नहीं बुलाया
बैठक में कोर ग्रुप के अलावा 25 टॉप स्थानीय नेताओं को शामिल किया गया है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक इस बैठक में आमंत्रण से ही नेताओं को बुलाया गया था । पूर्व मंत्री राजेश मूणत, अमर अग्रवाल और प्रेम प्रकाश पांडे को नहीं बुलाया गया । जबकि केदार कश्यप, गौरी शंकर अग्रवाल, विक्रम उसेंडी बैठक में आमंत्रित हैं।