RAIPUR: पहली बार भारत में आयोजित हो रही चेस ओलंपियाड (chess olympiad in india) की मशाल रिले (relay torch) शनिवार को छत्तीसगढ़ पहुंची। इसे रिसीव करने खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल (sports minister umpesh patel) खासतौर से माना एयरपोर्ट (mana airport) पहुंचे। उन्होंने वहां मशाल रिले और चेस संघ के अधिकारियों का स्वागत भी किया। एयरपोर्ट से मशाल पं. दीन दयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम लाई गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने मशाल लेकर आए ग्रेंड मास्टर प्रवीण थिप्से (grand master praveen thipse) के साथ चेस भी खेला। इस मौके पर तैनात प्रदेश के अधिकारी राजकीय गमछा ओढ़े नजर आए।
अर्जुन अवार्डी ग्रेंड मास्टर प्रवीण थिप्से ने ओलंपियाड की मशाल थामी। जिसे एक विंटेज कार में लेकर रैली निकाली गई। तिरंगा थामे मोटरसाइकिल सवारों का दस्ता भी मशाल के साथ-साथ चला। नगर घड़ी चौक पर छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों ने मशाल रिले का स्वागत किया।
इसके बाद शहर के जयस्तंभ चौक पर रिले को रोका गया। यहां आम लोगों को मशाल के साथ फोटो खिंचवाने का मौका मिला।
28 जुलाई से होगा चेस ओलंपियाड
चेस ओलंपियाड में दुनिया भर के 188 देश भाग लेने वाले हैं। जो 28 जुलाई से 10 अगस्त के बीच तमिलनाडु के ऐतिहासिक शहर महाबलीपुरम में होने जा रहा है।
रूस-यूक्रेन जंग ने दिलाई मेजबानी
चेस ऑलंपियाड पहले रूस की राजधानी मास्को में होने वाला था। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से आयोजन वहां से रद्द कर दिया गया। उसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने मेजबानी करने की इच्छा जताई। 95 साल के इतिहास में पहली बार भारत को इसकी मेजबानी करने का मौका मिला है।