RAIPUR: एक कांग्रेस की गठबंधन वाली महाराष्ट्र सरकार में उठापटक चल रही है। दूसरी तरफ नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ लगातार जारी है। बार बार पूछताछ के नाम पर राहुल गांधी को ईडी के दफ्तर बुलाए जाने पर कांग्रेस आक्रमक हो गई है। देशभर से कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा लगा ही हुआ है। इधर छत्तीसगढ़ के सभी कांग्रेसी विधायकों को भी दिल्ली बुला लिया गया है। कुछ विधायक सुबह की फ्लाइट से दिल्ली जा चुके हैं। कुछ दोपहर तक दिल्ली पहुंच जाएंगे। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, पीपीसी चीफ, सांसद, विधायक सहित कई नेता पहले से ही दिल्ली में ही डटे हुए हैं।
कब कब हुई पूछताछ?
बता दें कि 13 जून से ईडी ने राहुल गांधी पूछताछ शुरू की। पहले दिन ईडी ने राहुल गांधी से 9 घंटे, 14 जून को 11 घंटे और 15 जून को 8 घंटे तक पूछताछ की गई थी। तीन दिनों में लगभग 28 घंटे लंबी पूछताछ हो चुकी है। उसके बाद 20 जून को फिर 8 घंटे से ज्यादा पूछताछ हुई। मंगलवार को एक बार फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसके विरोध में दिल्ली की सड़कों पर कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है। सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने प्रदर्शन किया, जिसमें सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत सहित कई और नेता शामिल हुए।
ईडी मामले को लेकर कांग्रेस केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर बनी हुई है। मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप भी लगा रही है। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी व राहुल गांधी को ईडी द्वारा समन जारी करने पर देशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है।
लगातार पूछताछ से कांग्रेस में नाराजगी
ईडी ने मंगलवार को राहुल गांधी को फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे कांग्रेस के नेताओं में भारी नाराजगी देखी जा रही है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ के सभी विधायकों को भी दिल्ली बुला लिया गया है। विधायकों के अलावा कांग्रेस के कई प्रमुख पदाधिकारी भी दिल्ली के लिए कूच कर गए हैं। प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, सांसद छाया वर्मा, सांसद दीपक बैज, सांसद ज्योत्सना महंत, विधायक विकास उपाध्याय सहित कई नेता पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं।