RAIPUR: छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार में अस्थिरता बढ़ गई है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे की बगावत और उनके साथ 30 से ज्यादा विधायक होने के दावे के चलते महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। इस मुद्दे पर बीजेपी नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने बड़ा बयान दिया है। महाराष्ट्र की राजनीति पर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में विधायकों में काफी असंतोष था। अपनी ही सरकार के खिलाफ वही असंतोष अब खुलकर सामने आ रहा है। विधायकों को अब अपनी ही सरकार पर भरोसा नहीं रहा है इसलिए वो गुजरात के सूरत में बैठक कर रहे उन्होंने आशंका जताई कि महाराष्ट्र की राजनीति में काफी बड़ा उथल-पुथल देखने को मिलने वाला है। रमन सिंह का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार की स्थिति डगमगा रही है।
असंतोष बना वजह- रमन सिंह
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि विधायकों में असंतोष इस उथल पुथल की एक बड़ी वजह है। जो सत्ता और सत्ता में अपनी भागीदारी चाहते हैं। रमन सिंह ने य भी कहा कि सिद्धांत छोड़कर जब स्वार्थवश सत्ता का बंटवारा होता है तब ऐसे मामले सामने आते हैं। महाराष्ट्र में यह हिस्सेदारी का झगड़ा है। सबकी इच्छा है कि शेयर उन्हें ही ज्यादा मिले। हमारे पास ताकत नहीं है। सबकी सोच यही रही कि संसाधन हमारे पास नहीं है। दूसरी पार्टी गठबंधन का ज्यादा बेनिफिट ले रही है। ऐसे गठबंधन का अंजाम यही होता है।
बयान से बढ़ी सियासी सरगर्मी
महाराष्ट्र में शिवसेना और गठबंधन वाले दल भले ही डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं, लेकिन सरकार की मुश्किल बढ़ चुकी है। महाराष्ट्र में आए सियासी तूफान पर छत्तीसगढ़ में भी चर्चा शुरू हो गई है। सीएम डॉ. रमन के बयान ने सियासी सरगर्मी भी बढ़ा दी है।
फोन टेपिंग पर बयान
सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ सरकार को अस्थिर करने केंद्र सरकार पर फोन टेपिंग करने के आरोप लगाए हैं। इस पर डॉ. रमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के नेताओं का फोन टेपिंग कराने का कोई कारण ही नहीं है। मूल विषय यह है कि ईडी राहुल गांधी से पूछताछ कर रही है, जिससे ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस ऐसे बयान दे रही है।