JAGDALPUR: जिले के शौर्य वर्धन ने सिर्फ जगदलपुर ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है। मध्यप्रदेश के देवास में हुई नेशनल म्यू थाई चैंपियनशिप में शौर्य ने बालक वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया है। 14 साल की उम्र में ही शौर्य ने ये उपलब्धि हासिल कर ली है। दिलचस्प बात ये है कि शौर्य ने सिर्फ सेल्फ डिफेंस के लिए ये खेल खेलना शुरु किया था। लेकिन देखते ही देखते ये शौक उनका जुनून बन गया।
दोस्त की मार से बचने के लिए शुरू किया खेल
शौर्ये के मुताबिक उनके दोस्त उन्हें मारा करते थे। जिनसे बचने के लिए रायपुर के होस्टल में रहने वाले शौर्य ने सेल्फ डिफेंस के लिए ये म्यू थाई सीखना शुरू किया। लेकिन समय के साथ वो शौर्य का पसंदीदा खेल बनता चला गया। पैरेंट्स भी शुरूआत में डरते रहे। लेकिन बाद में उन्होंने भी शौर्य की हौसला अफजाई की। जिसके बाद शौर्य नागालैंड, असम, ओडिशा, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के खिलाड़ियों को हराने में सफल रहे।
झगड़े से अब भी लगता है डर
शौर्य म्यू थाई में भले ही चैंपियन बन चुके हों लेकिन झगड़ा करने से अब भी डर लगता है। शौर्य के मुताबिक उन्हें जो खेल सीखा है वो सड़क पर झगड़ा करने के लिए नहीं है। उन्हें इस बात का भी डर सताता है कि कहीं वो फ्रेंड्स पर ऐशी तकनीक का इस्तेमाल न कर लें कि उन्हों चोट आ जाए। इसलिए वो झगड़े वाली जगह से निकल जाना ही बेहतर समझते हैं।