Raipur। सीएम बघेल के दाैरे को औचक निरीक्षण कहे जाने या कि प्रचारित किए जाने पर नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने सवाल उठाया है। नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक ने पूछा है कि, मुख्यमंत्री जहां भी जा रहे हैं, वहां की सूचना पहले से सभी को है,कलेक्टर से लेकर पटवारी को पता है कि, मुख्यमंत्री का हैलीकॉप्टर कहां उतरेगा,तो फिर इसमें औचक निरीक्षण इस शब्द का अर्थ ही कहां रह गया। सीएम कब कहां पहुंचेगे यह अगर पता ना होता तो वाल पेटिंग कैसे हो जा रही है,लिपाई पोताई कैसे हो रही है।नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा है कि, मेरे ख्याल से यह बेहतर है कि, इस यात्रा में औचक निरीक्षण शब्द का प्रयोग नही हो।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 90 विधानसभाओं के दौरे पर निकले है,आज से उनके इस दौरे का पहला चरण शुरू हुआ है जो कि,सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा में चल रहा है। जैसा कि बताया गया है मुख्यमंत्री बघेल इस दौरे में हर विधानसभा के तीन गांवाें में अचानक पहुंचेगे और जनता से सीधा संवाद करते हुए याेजनाओं के क्रियान्वयन पर जानकारी लेंगे। इस यात्रा को लेकर दी गई जानकारी में यह बताया गया है कि, इन तीन गांवों को लेकर जानकारी अंतिम अवसर पर कलेक्टरों को दी जाएगी,हालांकि नक्सल प्रभावित क्षेत्राें के दौरे के समय निर्धारित प्रोटोकॉल बदल जाने की बात भी उल्लेखित है। आज जबकि मुख्यमंत्री बघेल दाैरे पर निकले तो उन्होने ट्वीटर हैंडल पर सामरी विधानसभा को लेकर जानकारी साझा कर दी थी कि, वे सामरी विधानसभा में किन तीन गांव में जाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक ने स्पष्ट किया है कि,उनका बयान आज के कार्यक्रम पर ही केंद्रित नही है,संभाग के अन्य हिस्सों में जहां पर कि, मुख्यमंत्री पहुंचने वाले हैं, वहां हैलीपेड की कवायद से यह संकेत पुष्ट रूप से मिल रहे हैं, कि,मुख्यमंत्री बघेल का संभावित दाैरा होना है,और जबकि जानकारी हो रही है कि, सीएम अमूक गांव में आएंगे तो फिर औचक निरीक्षण का अर्थ ही गुम हो जाता है,क्याेंकि तब नागरिक वहां स्वस्फुर्त रहेंगे और उन्हे वहां इकट्ठा नही कराया जाएगा और तब दावे के अनुरूप जनता सही बात बता पाएगी,इसकी संभावनाएं ही कहां बचती हैं। इस दौरे के राजनैतिक मायने ज्यादा हैं, और यह औचक निरीक्षण का दिखावा है, जिसके हासिल में केवल धन की बर्बादी है।