Raipur। श्रमिक दिवस की देर शाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के शासकीय कर्मचारियाें को पांच प्रतिशत महंगाई भत्ते का एलान किया है। मुख्यमंत्री बघेल ने इस फैसले की जानकारी ट्वीट कर दी है। शासकीय कर्मचारियाें को यह महंगाई भत्ते की दर एक मई से ही लागू हो रही है। इस समय राज्य सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ता सत्रह फीसदी महंगाई भत्ता प्राप्त हो रहा है,जो कि अब 22 प्रतिशत हो जाएगा। राज्य सरकार ने इस घोषणा को जिस उत्साह से बताया है, शिक्षक संगठनाें की इस मसले पर जो प्रतिक्रिया है, उसमें वह उत्साह नही है। शिक्षक संगठनाें ने महंगाई भत्ते की दर को बेहद कम बताते हुए निराशा जाहिर की है।
शालेय शिक्षक संघ के वीरेंद्र दुबे ने इसे भत्ते को ऊंट के मुंह में जीरा निरूपित किया है। वीरेंद्र दुबे ने केंद्र के 35 फीसदी महंगाई भत्ते का जिक्र करते हुए कहा कि, हम अब भी बेहद पीछे हैं, जबकि राज्य सरकार कुशल वित्तीय प्रबंधन और बेहतर आर्थिक स्थिति का दावा करती है,ऐसी स्थिति में यह दावा खाेखला ही साबित हुआ है। छत्तीसगढ टीचर्स ऐसोसिएशन के संजय शर्मा ने इस पांच फीसदी डीए को अन्याय बताया है।उन्होने कहा है कर्मचारियों को सत्रह फीसदी डीए की घोषणा कर के न्याय किया जाना था, लेकिन वह नही हुआ।