Raipur । प्रदेश की सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर निकले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दौरे के छठवें दिन जबकि उन्होने पांच विधानसभाओं के दौरे कर लिए हैं,वे सूरजपुर से रायपुर पहुंचे और नियमित विमान से दिल्ली रवाना हो गए। मुख्यमंत्री बघेल दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भाग लेंगे जो कि करीब चार बजे होने वाली है। सीएम बघेल का कल अंबिकापुर विधानसभा का दौरा था, लेकिन दो दिन पहले से ही यह खबरें आने लगी थीं कि, उनका अंबिकापुर प्रवास टल सकता है। शाम चार बजे होने वाली बैठक के बाद यह संकेत है कि, सीएम बघेल लूंड्रा और सीतापुर के दौरे पर चले जाएं। यदि सीएम बघेल दिल्ली नही जाते तो आज उन्हे लुंड्रा विधानसभा के दौरे पर जाना था। पूर्व घाेषित कार्यक्रम के अनुसार 9 मई को लुंड्रा 10 मई को अंबिकापुर और 11 मई को सीतापुर जाना था। जो सूचनाएं हैं उसके अनुसार वे लुंड्रा और सीतापुर विधानसभा के दौर पर जाएंगे, अंबिकापुर के लिए अभी तारीख तय नही है।
सीएम का टेक ऑफ और सीईओ को हटाने का आदेश जारी
इसके पहले जबकि सीएम बघेल के सूरजपुर से टेक ऑफ करते ही जिला पंचायत के सीईओ राहुल देव के जांजगीर में अपर कलेक्टर बनाए जाने और उनकी जगह पर लीना कोसम को सीईओ सूरजपुर बनाए जाने का आदेश जारी हो गया। इसे कल प्रेमगर विधानसभा में सरपंच संघ के अध्यक्ष मरकाम की सार्वजनिक रूप से सीएम बघेल से की गई उस शिकायत से जोड़ कर देखा गया है जिसमें सरपंच संघ के अध्यक्ष ने जिला पंचायत में किसी भी फाईल को बढ़ाने के एवज में दस प्रतिशत की मांग किए जाने की बात कही थी। तब सीएम बघेल ने इस मामले को दिखवाने की बात कही थी। सुबह रवानगी के पहले उन्होने अधिकारियाे की समीक्षा बैठक ली जिसमें उन्होने इस बात को रेखांकित किया कि, राजीव गांधी किसान न्याय याेजना में एक भी शिकायत नही मिली,गोधन न्याय याेजना में भी खरीदी से लेकर राशि वितरण तक की प्रक्रिया में सब ठीक है। लेकिन उन्होने निर्देशित किया कि, राजस्व अमले को निचले स्तर पर काम करने की जरूरत है,नामांतरण बंटवारा सीमांकन जैसे काम उचित समय में पूरे होने चाहिए,सीएम बघेल ने ताकीद की है कि, यह सुनिश्चित करें कि, हितग्राही को वास्तविक कब्जे पर पट्टा मिले और यह भी सावधानी रखें कि,वास्तविक हितग्राही को ही वन अधिकार पट्टा मिले।
दिल्ली से लौटते ही फिर दाैरा शुरू
सीएम बघेल सीडब्लूसी की बैठक जो कि शाम चार बजे है उससे देर शाम फुरसत पा लेंगे। यदि समयानुसार वे छत्तीसगढ़ लौट आए तो बताया गया है कि,वे लुंड्रा विधानसभा के दौरे पर रहेंगे। यह संभावना है कि, वे लुंड्रा विधानसभा के सहनपुर करजी और बटवाही गांवों में पहुंच सकते हैं। पूर्व घाेषित कार्यक्रम के अनुसार वे रात्रि विश्राम अंबिकापुर सर्किट हाउस में करेंगे। जहां दौरे के बाद अधिकारीयाें से समीक्षा बैठक और फिर पत्रकार वार्ता के बाद वे सीतापुर के लिए रवाना हो जाएंगे।
कल अंबिकापुर विधानसभा के दौरे की तारीख थी
यदि वे दिल्ली नही जाते तो कल उनका अंबिकापुर विधानसभा का दौरा होना था,हालांकि क्षेत्रीय विधायक सह मंत्री टी एस सिंहदेव बीते कल ही सुबह मुंबई के लिए रवाना हो चुके हैं,तो इस स्थिति में जबकि क्षेत्रीय विधायक सह मंत्री नही होते तो सीएम बघेल का दौरा होता या नही होता,इस पर भी निगाहें टिकी हुई थीं, लेकिन खुद सीएम बघेल के दिल्ली प्रवास की वजह से इस सियासी पाठ्यक्रम के एक अध्याय को देखने और फिर जो कुछ होता उस पर समझ स्थापित करने के संयाेग से लोग वंचित हो गए हैं। अभी भी यह प्रश्न उत्तर की प्रतीक्षा में है कि,अब अंबिकापुर विधानसभा में सीएम बघेल का दौरा कब होगा। मंत्री सिंहदेव के कार्यालय ने जो सूचना दी है कि, उसके अनुसार मंत्री सिंहदेव की प्रदेश में वापसी साेलह मई के आसपास होनी है। हालांकि सरगुजा संभाग का दौरा अभी शेष है,सीएम बघेल को जशपुर और कोरिया जिले की विधानसभाओं के दौरे पर आना है, संभावनाएं है कि, तब वे अंबिकापुर विधानसभा के दौरे पर आ जाएं।