Raipur।छत्तीसगढ़ कांग्रेस के ज़िलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में संगठन प्रभारी पी एल पुनिया की उपस्थिति में पदाधिकारियों ने जमकर नाराज़गी ज़ाहिर की। इन पदाधिकारियों ने इस बार इतने खुले शब्दों में हालात का बखान किया, जिसकी बराबरी बीते साढ़े तीन साल में तो कम से कम नहीं मिलती। एक पदाधिकारी तो यह तक कह गए कि, कलेक्टर एसपी के माध्यम से वसूली कराई ज रही है।एक ज़िलाध्यक्ष ने कहा कि, कार्यकर्ता उदास है, नियुक्तियाँ संगठन से पूछ कर नहीं होतीं।
बात निकली तो फिर निकलती चली गई
कांग्रेस की यह बैठक संगठन चुनाव, भारत जोड़ो यात्रा और 21 जुलाई को प्रस्तावित ईडी कार्यालय के सामने प्रदर्शन पर केंद्रित थी, बैठक में सीएम बघेल भी मौजूद थे,लेकिन विषय पर केंद्रित प्रारंभिक चर्चा के बाद वे चले गए।इधर विषय पर चर्चा के बीच ही मसला पूरी तरह बदल गया। कांग्रेस के ज़िलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में अचानक ग़ुबार निकलना शुरु हुआ तो बात थमी नहीं। एक महिला पदाधिकारी ने कहा
“प्रशासन प्रताड़ित कर रहा है, कार्यकर्ताओं के खिलाफ षड़यंत्र होता है।जिलाबदर किया जाता है”
उत्तरी छत्तीसगढ़ इलाक़े से आने वाले एक पदाधिकारियों ने कहा
“भाजपा के लोगों के इशारे पर प्रशासन काम करता है।जोगी कांग्रेस के लोगों को गमछा पहनाकर प्रवेश दिया जाता है, पदाधिकारी बना दिया जाता है।”
एक अन्य पदाधिकारी ने कहा
“कार्यकर्ता उदास हैं, हमें नियुक्तियों का पता तब चलता है जब अख़बार में समाचार आता है।इन नियुक्ति में संगठन को पता नहीं होता,हैरानी यह है कि जिस नियुक्ति का विरोध करो वही नियुक्ति हो जाती है।हम जब विपक्ष में थे, तो प्रशासन की हिम्मत नहीं होती थी,हमारी बात काटने की, पर अब तो कोई सुनवाई ही नहीं है। 2023 में परेशानी आएगी”
एक प्रदेश पदाधिकारी ने कहा
“निगम मंडल में 2200 नियुक्तियाँ होनी थी,400 पर अटक गई।इससे ज़्यादा क्या प्रमाण होगा कि, कैसी गुटबाज़ी है। फोड़ा पक गया है,मवाद निकालो,वर्ना कैंसर हो जाएगा”
सरगुजा क्षेत्र से आने वाले एक पदाधिकारी ने कहा
“अजीत जोगी की सरकार क्यों गई,रमन सरकार चाउर वाले बाबा थे, मोबाईल बाँटे उनकी सरकार क्यों गई। यह कार्यकर्ता के असंतोष की वजह से हुआ।यदि यह बातें नहीं समझी गईं तो बिगड़ेगा आपका, आप लोग जो डायस में बैठे हैं, बिगड़ेगा उनका जो मंत्री हैं। हमारा क्या है हम तो कार्यकर्ता हैं, हमारा काम ना आज हो रहा है, ना कल होगा”