DANTEWADA: जिले में माओवादियों ने बुधवार देर रात छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के कैंप पर हमला कर दिया। हमले में हो रही गोलीबारी की आवाज सुनकर सीएएफ के जवानों ने भी मोर्चा संभाला। देखते ही देखते जवान नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने में कामयाब रहे। लगभग 40 मिनट तक तक दोनों ओर से हमले जारी रहे। वहां से रुक-रुक कर फायरिंग की आवाजें आती रहीं। जवानों को भारी पड़ता देख माओवादियों के हौसले पस्त होने लगे। वो मैदान छोड़, जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए।
हमले में चार घायल
इस हमले में 4 लोग घायल हुए हैं, जिसमें दो जवान और कैंप में मजदूरी करने वाली दो महिलाएं शामिल हैं। नक्सलियों के इस हमले के बाद इलाके में सर्चिंग और बढ़ा दी गई है। नक्सल हमले की पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने की है।
40 मिनट तक फायरिंग
दंतेवाड़ा पुलिस ने जो जानकारी दी उसके अनुसार बुधवार रात जंगल की तरफ से नक्सलियों ने पुलिस कैंप पर अचानक हमला कर दिया। ये हमला करीब 40 मिनट तक चला हुई। माओवादियों ने इस दौरान लगभग 15 BGL Shell दागे। इन शैलों में से 7 BGL Shell विस्फोट हुए। कैंप के अंदर मौजूद छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल एवं डीआरजी की टीम ने जवाबी कार्यवाही की।
माओवादियों की फायरिंग 2 महिला मजदूर भी घायल हुई हैं। ये महिला मजबूर कैंप निर्माण स्थल में मजदूरी का काम कर रही है। छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 2 जवानों को इस हमले में बहुत मामूली चोटें आई हैं। घायल महिलाओं में दुले हेमला व बुदरी ताती शामिल हैं। वहीं आरक्षक सलीम लकड़ा को पीठ व आरक्षक किशन सूर्यवंशी को दाहिने कान के पास चोट लगी है। घायल महिला मजदूरों को पुलिस जवानों ने दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। फिलहाल सभी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।