RAIPUR. राष्ट्रपति चुनाव में एडीए की उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को 2 मत ज़्यादा मिले हैं।राष्ट्रपति चुनाव में जो आँकड़े न्यूज़ एजेंसी से जारी हुए हैं,उसके अनुसार छत्तीसगढ़ से श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को 2709 मत मिले हैं, इसके मायने हैं कि उन्हें 21 विधायकों के वोट मिले हैं।जबकि यशवंत सिन्हा को छत्तीसगढ़ से 8901 मत मिले हैं, इस लिहाज़ से यशवंत सिन्हा को 69 विधायकों ने मत दिए हैं।
छजकां और बसपा ने दिया था समर्थन
राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी को छजकां और बसपा ने समर्थन दिया था। विधानसभा के भीतर बीजेपी के 14 विधायक,छजकां के तीन विधायक जबकि बसपा के 2 विधायक हैं।इन सबका समेकित वोट होता है 19। छत्तीसगढ़ में प्रति मत की वैल्यू है 129। इस लिहाज़ से द्रौपदी मुर्मू को मिलने थे 2451 मत।लेकिन उन्हें मिल गए 2709 वैल्यू के वोट, याने 21 मत।
कांग्रेस में लगी सेंध
विधानसभा में कांग्रेस के 71 विधायक हैं, वैल्यू के हिसाब से यशवंत सिन्हा को मिलने थे, 9159। लेकिन उन्हें मिले 8901। इसका मुल्यांकन करने से स्पष्ट होता है कि कांग्रेस के 71 विधायकों में दो विधायकों ने अपना वोट द्रौपदी मुर्मू को दे दिया है।
कांग्रेस के भीतर एक और झटका
क्रॉस वोटिंग को लेकर आई इस खबर ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस को एक और झटका दे दिया है।प्रदेश में कांग्रेस के भीतरखाने सिलसिलेवार बवाल जारी है। पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम और सीएम बघेल के बीच टसल सामने हैं, मंत्री सिंहदेव का मसला मुँह बाएँ है।इस बीच इस क्रॉस वोटिंग ने नया बवाल खड़ा कर दिया है।
आदिवासी कार्ड चल गया ?
खबरें तैर रही हैं कि, प्रदेश में आदिवासी कार्ड ने असर दिखाया है। प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री का मसला गाहे-बगाहे उठता रहा है। हालाँकि सीएम बघेल पूरी ताक़त से छत्तीसगढ़ को पिछड़ा वर्ग बाहुल्य क्षेत्र प्रचारित करते हैं।लेकिन बीजेपी ने आदिवासी विधायकों से खुला समर्थन माँगा था, इसलिए खबरें उड़ रही हैं कि, क्रॉस वोटिंग बीजेपी के आह्वान का नतीजा हो सकती हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ की राजनीति जिस अंदाज में नित नए चमत्कार दिखाती है उसमें इसे आदिवासी कार्ड का चलना केवल शिगूफ़ा या ध्यान भटकाने की क़वायद भी हो सकती है। अब इसे खोजना तो खुद कांग्रेस को ही होगा कि आखिर क्रॉस वोटिंग किसने और क्यों की।