Pendra। इस साल छत्तीसगढ़ में मानसून (Chhattisgarh Monsoon) प्रदेशवासियों के चेहरे पर खुशी की मुस्कान लेकर आने वाला है। खुद छत्तीसगढ़ के लोग ये समझ चुके हैं कि इस बार मानसून की झड़ी उन्हें निराश करके जाने वाली नहीं है। ये संकेत दिए हैं एक ऐसे फूल ने, जो खिलते तो छत्तीसगढ़ के जंगल में हैं। लेकिन उसकी महक से मानसून प्रदेश में खिंचा चला आता है। ये फूल हैं डिकामाली फूल (dikamali flowers)। ये फूल जब खिलते हैं तो इस बात का पैगाम लाते हैं कि इस बार छत्तीसगढ़ बारिश में पूरी तरह सराबोर होगा। लोग समझ जाते हैं कि इस बार प्रदेश में जोरदार बारिश होगी। इन फूलों का बड़ी तादाद में खिलाना प्रदेश में अच्छी बारिश होने का संकेत है।
पेंड्रा स्थित जंगल में खिला डिकामाली फूल
डिकामाली फूल खिले हैं पेंड्रा स्थित मरवाही के जंगलों में। डिकामाली के फूल हर बार गर्मी खत्म होने के बाद खिलते हैं। बारिश से पहले डिकामाली के फूलों का खिलखिलाना इस बात का सबूत होता है कि इस बार मानसून अच्छा होने वाला है। ये फूल एक बार खिलते हैं तो इनकी खुशबू काफी दूर तक पहुंचती है।
किसानों के लिए खुशखबरी
फूलों की महक जब लोगों तक पहुंचती है तो उनके चेहरे भी खिल जाते हैं। खासतौर से छत्तीसगढ़ के किसान और आदिवासी शिद्दत से इन फूलों के खिलने का इंतजार करते हैं। जब फूल अच्छी तादाद में खिलते हैं तब किसानों के चेहरों पर भी खुशी दिखाई देती है, क्योंकि वो जान जाते हैं कि इस बार उन्हें पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
ऐसे होते हैं डिकामाली फूल
डिकामाली फूल सफेद रंग के होते हैं। आप इन फूलों को देखकर कंफ्यूज हो सकते हैं कि ये कनेर के फूल तो नहीं। ये फूल शाम को ज्यादा खिले खिले नजर आते हैं। फूलों की खुशबू बहुत तेज होती है। हालांकि ये फूल सूखते भी बहुत जल्दी हैं। कुछ ही दिन में डिकामाली फूल पीले होकर सूख जाते हैं।