Gpm। केंद्रीय एजेंसियों के छापे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि, उन्हें किसी का भय नहीं है, उन्हें किसी का डर नहीं है।लेकिन सीएम बघेल ने यह कहा है कि, यह लोकतंत्र के लिए ख़तरनाक है कि सीबीआई ईडी और आईटी का दुरुपयोग हो।मुख्यमंत्री बघेल ने गौरला पेंड्रा मरवाही ज़िले में भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए उपरोक्त बातें कहीं हैं।
मैं किसी से नहीं डरता, मुझे कोई भय नहीं
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में केंद्रीय एजेंसियों के छापे पर किसी भय की स्थिति पर कहा है कि, उन्हें किसी का भय नहीं है, उन्हें किसी का डर नहीं है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा
“भय तो मुझे किसी से नहीं लगता, मुझे डर किसी बात का नहीं है। भैया जिस प्रदेश में झीरम जैसी घटना हो जाए और कांग्रेस के फ्रंट लाइन के नेता शहीद हो जाए वहा डर किस बात का। हमें अपनी जान का डर नहीं है, परवाह नहीं है। भय मुझे किसी बात का नहीं है। लेकिन लोकतंत्र के लिए यह खतरनाक है कि आप सीबीआई ईडी आईटी का दुरुपयोग करो। यहां रोज घूम रहे हैं छत्तीसगढ़ में आईटी और ईडी वाले, घूम रहे हैं ना।”
डॉ रमन और उनके परिवार से पूछे ईडी कहाँ गया जनता का पैसा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफ़ंड कंपनियों का ज़िक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा समय में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह और उनके परिवार को चिटफ़ंड कंपनियों का ब्रांड एंबेसडर बताते हुए सवाल किया है कि, हज़ारों करोड़ों की ठगी के इस मामले में जिसमें यही पता नहीं कि यह पैसा कहाँ विनिवेश हुआ,ईडी उनसे पूछताछ क्यों नहीं करती है।मुख्यमंत्री बघेल ने कहा
“भारतीय जनता पार्टी को लोगों को बताना चाहिए की चिटफंड कंपनियां पिछले 15 साल के कार्यकाल में रमन सिंह जी मुख्यमंत्री थे धरमलाल कौशिक विधानसभा अध्यक्ष थे और उस समय यह लोग रोजगार मेला आयोजित करते थे और चिटफंड कंपनियों को आमंत्रित करते थे,और वहां सर्टिफिकेट बांटते थे चिटफंड कंपनियों के एजेंट बन जाओ,आप को रोजगार मिलेगा। इसके ब्रांड एंबेसेडर थे डॉ रमन सिंह और उनका पूरा परिवार।उसके खिलाफ कितनी f.i.r. हुई है। अब सवाल यह है कि हम लोग जो चिटफंड कंपनी है उसमे जो जानकारी हासिल हुई है, जो आवेदन मंगाए हैं, कुछ है 6-साढ़े 6 हजार करोड़ का होता है, हम लोग पूरे देश में हमारा पहला राज्य है जहां जो कंपनी का डायरेक्टर है उसको गिरफ्तार भी किए हैं और उसकी संपत्ति को कुर्क भी किये है।यह जो संपत्तियां हैं, केवल छत्तीसगढ़ में नहीं है बाहर भी है। इसका मतलब यह है कि मनी लॉन्ड्रिंग हुआ है। मैं कहता हूं कि इसी केस को ईडी हाथ में ले, और ये जो ब्रांड एंबेसडर बने हुए थे रमन सिंह और उसका पूरा परिवार इनसे पूछताछ होना चाहिए की वो मनी लॉन्ड्रिंग हुआ कहां यह तो पता चले। आखिर आम जनता का पैसा है। और वह आम जनता को वापस होना चाहिए।”